नई दिल्ली: भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत उगो एस्टुटो ने कहा कि भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा एक बहुत ही महत्वपूर्ण विकास है. उन्होंने यह बात ईटीवी भारत के साथ एक विशेष साक्षात्कार में कही. उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं को लागू करने और भारत, मध्य पूर्व और यूरोपीय संघ को एक साथ लाने के लिए साझेदारों का एक समूह साथ आ रहा है. यह एक पहल है जो संतुलन, समावेशिता और स्थिरता के सिद्धांतों पर आधारित है.
उन्होंने कहा कि डिजिटल, ऊर्जा और परिवहन क्षेत्रों में स्वच्छ और सुरक्षित लिंक को बढ़ावा देने के लिए यूरोपीय संघ की वैश्विक गेटवे रणनीति परियोजना, भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) के साथ बहुत अच्छी तरह से फिट बैठती है जो यूरेशियन कनेक्टिविटी को नया आकार देगी.
एस्टुटो ने कहा कि मुझे लगता है कि साझेदारों के बीच सहयोग को और अधिक ठोस बनाने का यह एक महत्वपूर्ण अवसर है. ईयू का ग्लोबल गेटवे टिकाऊ और विश्वसनीय कनेक्शन के लिए है जो लोगों और पृथ्वी के लिए काम करता है. उन्होंने कहा कि यह जलवायु परिवर्तन से लड़ने से लेकर स्वास्थ्य प्रणालियों में सुधार और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं की प्रतिस्पर्धात्मकता और सुरक्षा को बढ़ावा देने तक, सबसे गंभीर वैश्विक चुनौतियों से निपटने में मदद करता है.
इस सवाल के जवाब में कि क्या नया आर्थिक गलियारा चीन की बेल्ट एंड रोड (बीआरआई) पहल के लिए सीधी चुनौती है, यूरोपीय संघ के दूत ने कहा कि यह एक सकारात्मक एजेंडे के साथ किया गया एक सकारात्मक पहल है. जब उनसे भारत में यूरोपीय संघ के दूत के रूप में सेवा करने के उनके अनुभव के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि मैं भारत में चार साल तक राजदूत के रूप में काम करने के लिए बहुत भाग्यशाली था. ये बहुत गतिशील वर्ष रहे हैं और हमने अपनी रणनीतिक साझेदारी को बढ़ते देखा है.
उदाहरण के लिए, 2021 में पोर्टो में भारत-ईयू शिखर सम्मेलन असाधारण था क्योंकि हमारे सभी सदस्य देशों ने भारतीय प्रधान मंत्री से मुलाकात की थी. वहां हमने मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) वार्ता को फिर से शुरू करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया था. एस्टुटो ने कहा ने कहा कि एक और मील का पत्थर 2022 में यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन की यात्रा और व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद (टीटीसी) शुरू करने का बहुत महत्वपूर्ण निर्णय था.
भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते की स्थिति के सवाल पर, भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत ने कहा कि एफटीए के पांच दौर हो चुके हैं और छठा दौर होना बाकी है. उन्होंने कहा कि यूरोपीय आयोग के बीच बहुत सकारात्मक बातचीत हुई है. उन्होंने बताया कि ईयू के कार्यकारी उपाध्यक्ष व्लादिस डोम्ब्रोव्स्की और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल जी20 बैठक के लिए अपनी हालिया भारत यात्रा के दौरान आए थे.
उन्होंने कहा कि चर्चा के दौरान सकारात्मक माहौल ने मुझे प्रभावित किया. हमने प्रगति हासिल की है. यह एक जटिल बातचीत है लेकिन सकारात्मक परिणाम हासिल करने के लिए दोनों पक्ष समान रूप से दृढ़ संकल्प है. वहीं भारत-यूरोपीय संघ साझेदारी पर उन्होंने कहा कि यह एक सफल साझेदारी है जो बढ़ रही है और बढ़ती रहेगी. उन्होंने कहा कि भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और यूरोपीय संघ सबसे बड़ा व्यापार समूह है. उन्होंने कहा कि दोनों मिलकर वैश्विक एजेंडे को आकार दे सकते हैं.