आज की खबरें जिन पर बनी रहेंगी नजरें
1- एलएसी पर तनाव के बीच भारत-चीन के बीच 12वें दौर की बातचीत
भारत और चीन के बीच पिछले साल अप्रैल महीने से ही तनाव चला आ रहा है. गलवान घाटी में हिंसा की घटनाएं भी हुईं. लेकिन चीन है कि अपनी फितरत से बाज नहीं आ रहा है. वैसे, दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है. इसी क्रम में आज भी दोनों देशों के सैन्य प्रतिनिधियों के बीच बातचीत होगी. इस बैठक पर सबकी नजरें बनी हुईं हैं.
2- दिल्ली में जनता दल यू कार्यकारिणी की आज बैठक
बिहार में भाजपा और जनता दल यू के बीच अंदरूनी खींचतान जारी है. ऊपर से राजद लगातार विधायकों पर डोरे डाल रही है. ऐसे में दिल्ली में जनता दल यू कार्यकारिणी की बैठक का काफी महत्व बढ़ गया है. पार्टी क्या रूख लेती है और क्या वह यूपी में भाजपा के खिलाफ उम्मीदवार खड़े करेगी, इस पर निर्णय लिया जा सकता है. बैठक के एजेंडे के बारे में जानने के लिए क्लिक करें स्टोरी.
3. आईपीएस प्रशिक्षुओं से आज संवाद करेंगे पीएम मोदी
प्नधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के प्रशिक्षुओं से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संवाद करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में यह जानकारी दी. पढ़िए पूरी स्टोरी
कल की वो खबरें जो आपको जाननी चाहिए
1- पेगासस मुद्दा बना सरकार के गले की हड्डी, क्या राजनाथ निकालेंगे हल ?
संसद में हर दिन हो रहे हंगामे की वजह से बगैर विपक्ष के ही संसद के महत्वपूर्ण बिल पास होते जा रहे हैं. सरकार चाहती है कि जनता से जुड़े मामले बगैर विपक्षी पार्टी के न पारित कराए जाएं. यही वजह बार-बार सरकार के अलग-अलग मंत्री विपक्षी पार्टियों से बात कर उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं. अब यह जिम्मेदारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दी गई है. क्या राजनाथ सफल होंगे, क्या विपक्ष उनकी बात मानेगा, पढ़िए पूरी स्टोरी.
2- धनबाद जज मौत मामले का सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान
धनबाद में जज की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. झारखंड हाईकोर्ट पहले ही इस घटना पर नाराजगी व्यक्त कर चुका है. अब सुप्रीम कोर्ट ने पूरे मामले का संज्ञान लिया है. कोर्ट ने कहा कि यह अदालत देश में न्यायिक अधिकारियों की सुरक्षा को संबोधित करना चाहती है. पूरी स्टोरी पढ़ने के लिए क्लिक करें.
3- खालिस्तान समर्थकों की धमकी, 15 अगस्त को नहीं फहरने देंगे तिरंगा
खालिस्तान समर्थकों ने शांत प्रदेश हिमाचल प्रदेश को टारजेट करने की मंशा से एक योजना बनाई है. उसने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को खुलआम चुनौती देते हुए कहा कि वे उन्हें 15 अगस्त को झंडा फहराने नहीं देंगे. सीएम ने यह चुनौती स्वीकार कर ली है. क्या है पूरा मामला, और खालिस्तान हिमाचल प्रदेश को क्यों लक्षित कर रहा है, जानने के लिए क्लिक करें.
4- राजस्थान में किसानों ने भाजपा नेता का फाड़ा कुर्ता
किसान आंदोलन का असर भाजपा नेताओं पर दिखाई देने लगा है. उन्हें कई जगहों पर किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला राजस्थान से आया है. यहां पर कुछ किसानों ने भाजपा के एक नेता का विरोध करते-करते कुर्ता फाड़ दिया. कौन हैं ये भाजपा नेता और उनके साथ क्या हुआ, जानने के लिए क्लिक करें.
5- ओलंपिक में भारत का 'गुड फ्राइडे', बॉक्सिंग का मेडल पक्का, हॉकी और बैडमिंटन में उम्मीदें
टोक्यो ओलंपिक के आठवां दिन भारत के लिए शानदार रहा. शुक्रवार को भारत ने अपनी झोली में एक और पदक पक्का कर लिया है. मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने महिलाओं की 69 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की निएन चिन चेन को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. इसके अलावा हॉकी और बैडमिंटन में भारती के पदक पाने की उम्मीदें बेहद करीब हो गईं हैं. जानें पूरा ब्योरा.
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Explainer
1- किन देशों में ओलंपिक मेडल जीतने वाले एथलीट पर होती है पैसों की बारिश ?
टोक्यो ओलंपिक में भारत को अबतक एक सिल्वर मेडल मिला है. लवलीना और पी वी सिंधु भी मेडल की कतार में शामिल हो गईं हैं. मेडल जीतने वाले इन खिलाड़ियों को अच्छी प्राइज मनी मिलेगी. क्या आप जानते हैं कि विश्व के अन्य देशों में मेडल विनर एथीलीट को कितनी रकम मिलती है. क्लिक कर जानें.
2- जातिगत जनगणना क्यों नहीं चाहती सरकार, जबकि कई दल इसकी मांग कर रहे हैं
धर्म और जाति दो ऐसे विषय हैं, जिन पर राजनीति सबसे अधिक आश्रित है. यही कारण है कि जब भी जनगणना की बात होती है, तो जाति आधारित जनगणना का मुद्दा भी सामने आता है. इसके समर्थन में उतरे राजनीतिक दलों की मांग का उद्देश्य सिर्फ पिछड़ा वर्ग के आंकड़ों को सामने लाना है. हालांकि भारत सरकार पहले ही जाति आधारित जनगणना की मांग को खारिज कर चुकी है. भारत सरकार ऐसा क्यों नहीं चाहती है, और पूरे मामले पर क्यों राजनीति हो रही है, जानने के लिए क्लिक करें.
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1- रियो ओलंपिक में मिली नाकामयाबी के समय ही मेडल जीतने का कर लिया था प्रण : मीराबाई चानू
टोक्यो ओलंपिक में भारत को सिल्वर मेडल दिलाने वाली मीराबाई चानू से आज हर कोई परिचित है. उन्होंने देश को ओलंपिक के पहले दिन ही पदक दिला दिया. अपने संघर्ष के दिनों को याद कर चानू काफी भावुक हो जाती हैं. उन्होंने विस्तार से बताया कि यहां तक आने के लिए किन मुश्किलों का सामना करना पड़ा. पढ़िए उनका पूरा साक्षात्कार.