नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Union Minister Mukhtar Abbas Naqvi) ने कांग्रेस पार्टी (Congress) पर हमला बोला है. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान मंत्री नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने फ्लोर लीडर्स की बैठक बुलाई थी, लेकिन कांग्रेस ने इसमें हिस्सा नहीं लिया. बैठक कोविड पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी. कांग्रेस अगर चाहती तो वह अपना सुझाव दे सकती थी, पर उसे तो राजनीति करनी है, इसलिए वह बहाने बनाती रह गई.
पेश है उनसे की गई बातचीत के मुख्य अंश
सवाल : लगातार सदन में हंगामा हो रहा है. आपको तो नई जिम्मेदारी भी दी गई है. क्या कहेंगे इस पर.
जवाब : राज्यसभा एक दिन चली है और बहुत ही सकारात्मक चर्चा कोविड पर हुई. विपक्ष ने भी अपनी बात कही और सरकार ने भी कोविड को नियंत्रित करने के लिए जो कदम उठाए, उसके बारे में बताया है. मुझे लगता है कंस्ट्रक्टिव (constructive) और पॉजिटिव डिबेट (Positive debate) और डिस्कशन ही पार्लियामेंट की ड्यूटी (duty of parliament) होती है. सारे तथ्यों के साथ सरकार ने अपनी बात रख दी. अब उसके बाद कुछ कहने को तो रह नहीं गया. उसके बाद बहानेबाजी और हंगामा करने की कोशिश हो रही है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि इसका कोई लाभ होगा.
सवाल : प्रधानमंत्री (Prime Minister) ने आगे बढ़ कर फ्लोर लीडर्स की मीटिंग बुलाई थी, लेकिन मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस उसमें मौजूद नहीं हुआ. अकाली दल ने किसानों का बहाना लिया.
जवाब : सभी को सम्मान के साथ बुलाया गया था और वहां पर कोई राजनैतिक चर्चा नहीं थी. बल्कि कोविड की जो महामारी है उसके लिए सरकार क्या कर रही है, ये बताना था, विपक्ष को अपने सुझाव देने थे. जो लोग थे वहां पर उन्होंने दिया भी सुझाव. इसमें बॉयकॉट करके खुश होने की बात नहीं थी. विपक्ष ने इतने बड़े मिशन में भागीदारी का मौका गंवाया.
सवाल : केंद्र ने जो ऑक्सीजन पर बयान दिया उस पर भी प्रतिक्रिया दी जा रही है.
जवाब : ऐसा है कि उनकी समस्या मेडिकल ऑक्सीजन की नहीं है, वो है पॉलिटिकल ऑक्सीजन की. मेडिकल ऑक्सीजन की व्यवस्था तो सरकार कर रही है. पहले 900 मीट्रिक टन था, अब नौ हजार मीट्रिक टन की व्यवस्था हो गई है. आने वाले दिनों में और ज्यादा हो जाएगा. लेकिन पॉलिटिकल ऑक्सीजन तो हम नहीं दे सकते इनको. ये तो जनता देगी, लेकिन दुर्भाग्यवश जनता दे कैसे. आज उनका पालिटिकल करियर वेंटिलेटर पर है, लेकिन जो अहंकार है उनका, एरोगैंस है वो एक्सीलेटर पर चल रहा है. इसलिए उनको समझ में नहीं आएगा.
सवाल : यूपी के चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक समीकरण (political equation) हम देख रहे हैं कि जातीयता पर आधारित हो रहे हैं.
जवाब : वहां पर डेवलपमेंट मुद्दा होगा, समावेशी विकास मुद्दा बनेगा और समावेशी विकास के संकल्प और उपलब्धियों के साथ हम जनता के बीच जा रहे हैं और जनता हमें वोट करेगी.
सवाल : ममता बनर्जी ने भाजपा (Bhartiya Janata Party-BJP) को आज वायरस कहा है और यहां भी संकेत दे रही हैं कि पूरे देश में ये बात ले कर जाएंगी.
जवाब : इस तरह का घटिया बयान, संवैधानिक पद पर बैठा कोई व्यक्ति दे, इससे ज्यादा घटिया बात कोई हो नहीं सकती.