ETV Bharat / bharat

असम: वनकर्मियों और तस्करों के बीच गोलीबारी में हाथी की मौत - तस्करों के बीच गोलीबारी में हाथी की मौत

असम के डिब्रूगढ़ वन मंडल के जयपोर रेंज में हुकानजुरी और कथलगुरी बीट के वनकर्मी पार्क के बसबनला इलाके में रात्रि गश्त पर निकले थे. गश्त के दौरान उन्होंने पेड़ों की अवैध कटाई में व्यस्त लकड़ी के तस्करों के एक समूह को देखा. वनकर्मियों को देखने पर तस्करों ने तुरंत गोलीबारी शुरू कर दी.

असम
असम
author img

By

Published : Jul 22, 2021, 9:46 PM IST

गुवाहाटी : अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के देहिंग पटकाई राष्ट्रीय उद्यान (Dehing Patkai National Park) में वन विभाग (Forest department) के कर्मियों और लकड़ी के संदिग्ध तस्करों के बीच हुई गोलीबारी में एक हथिनी की मौत (death of elephant) हो गई. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.

एक खुफिया सूचना के मद्देनजर असम के डिब्रूगढ़ वन मंडल के जयपोर रेंज में हुकानजुरी और कथलगुरी बीट के वनकर्मी पार्क के बसबनला इलाके में रात्रि गश्त पर निकले थे. गश्त के दौरान उन्होंने पेड़ों की अवैध कटाई में व्यस्त लकड़ी के तस्करों के एक समूह को देखा. वनकर्मियों को देखने पर तस्करों ने तुरंत गोलीबारी शुरू कर दी.

पढ़ें- कश्मीरी महिला से शादी करने वाले बाहरी भी माने जाएंगे निवासी

अधिकारियों ने बताया कि दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हुई और कुछ देर बाद तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे. गश्त लगाने वाले वनकर्मियों के दल ने अगले दिन उस स्थल का दौरा किया, जहां यह गोलीबारी हुई थी. उन्हें वहां करीब 18 साल की एक हथिनी मृत पड़ी हुई मिली. इसके अलावा वनकर्मियों की टीम ने वहां से कटे हुए पेड़ों के टुकड़े भी बरामद किए.

वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, परिस्थिति जन्य साक्ष्य इस बात की ओर इशारा करते हैं कि हथिनी का इस्तेमाल तस्करों द्वारा लकड़ी के लट्ठों को खींचने के लिए किया गया था.हथिनी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि उसे तीन गोलियां लगीं थीं. अधिकारी के मुताबिक जयपोर थाने में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है.

(भाषा)

गुवाहाटी : अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के देहिंग पटकाई राष्ट्रीय उद्यान (Dehing Patkai National Park) में वन विभाग (Forest department) के कर्मियों और लकड़ी के संदिग्ध तस्करों के बीच हुई गोलीबारी में एक हथिनी की मौत (death of elephant) हो गई. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.

एक खुफिया सूचना के मद्देनजर असम के डिब्रूगढ़ वन मंडल के जयपोर रेंज में हुकानजुरी और कथलगुरी बीट के वनकर्मी पार्क के बसबनला इलाके में रात्रि गश्त पर निकले थे. गश्त के दौरान उन्होंने पेड़ों की अवैध कटाई में व्यस्त लकड़ी के तस्करों के एक समूह को देखा. वनकर्मियों को देखने पर तस्करों ने तुरंत गोलीबारी शुरू कर दी.

पढ़ें- कश्मीरी महिला से शादी करने वाले बाहरी भी माने जाएंगे निवासी

अधिकारियों ने बताया कि दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हुई और कुछ देर बाद तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे. गश्त लगाने वाले वनकर्मियों के दल ने अगले दिन उस स्थल का दौरा किया, जहां यह गोलीबारी हुई थी. उन्हें वहां करीब 18 साल की एक हथिनी मृत पड़ी हुई मिली. इसके अलावा वनकर्मियों की टीम ने वहां से कटे हुए पेड़ों के टुकड़े भी बरामद किए.

वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, परिस्थिति जन्य साक्ष्य इस बात की ओर इशारा करते हैं कि हथिनी का इस्तेमाल तस्करों द्वारा लकड़ी के लट्ठों को खींचने के लिए किया गया था.हथिनी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि उसे तीन गोलियां लगीं थीं. अधिकारी के मुताबिक जयपोर थाने में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है.

(भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.