मुंबई: महाराष्ट्र में नई बनी शिंदे सरकार का पहला शक्ति परीक्षण 3 जुलाई को होगा. इस दिन विधानसभा स्पीकर का चुनाव होना है. उधर, शिवसेना के बागी शिवसेना विधायक शनिवार रात मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ वापस मुंबई लौट आए. इनकी वापसी 11 दिन बाद हुई है. महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में एक बार फिर शिवसेना के दोनों गुट आमने-सामने हैं. शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने राजन सालवी को उम्मीदवार बनाया है तो भाजपा की तरफ से युवा नेता और पहली बार विधायक चुने गए राहुल नार्वेकर ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया है. इस चुनाव में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की तरफ से व्हिप जारी किया गया है. लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, यह हम पर लागू नहीं होता.
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सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद बुलाए गए दो दिवसीय विधानसभा के विशेष सत्र से पहले शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे खेमे की तरफ से सचेतक सुनील प्रभु ने व्हिप जारी कर दिया है. व्हिप में कहा है, विधानसभा का विशेष सत्र 3-4 जुलाई को है. विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए राजन सालवी उम्मीदवार हैं. इस दौरान शिवसेना के सभी सदस्य सदन में मौजूद रहें. एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. इसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें बहुमत साबित करने का आदेश दिया है. राज्यपाल ने दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाया है.
विधानसभा सत्र रविवार (3 जुलाई) और सोमवार (4 जुलाई) को होगा. 3 जुलाई को विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग होगी. शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने 30 जून को सत्ता संभाली थी. कांग्रेस ने पिछली सरकार में इस पद पर दावा किया था. उसने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सहित तीन सहयोगियों के बीच चर्चा के बाद शिवसेना के पक्ष में इसे छोड़ दिया है. कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि हमने शिवसेना विधायक साल्वी का नामांकन दाखिल कर दिया है और तीनों दलों के बीच विचार-विमर्श के बाद फैसला किया गया है.
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राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के एक पत्र के आधार पर कांग्रेस ने शुक्रवार को स्पीकर के चुनाव पर कड़ी आपत्ति जताई थी, जिसमें कहा गया था कि अदालत में एक मामला लंबित होने के कारण इसे आयोजित नहीं किया जा सकता. थोराट ने कहा कि हम रविवार को एक विशेष विधानसभा सत्र बुलाने की तात्कालिकता को नहीं समझते हैं. सुप्रीम कोर्ट में एक मामला लंबित है. जब हम (एमवीए) सरकार में थे, तो राज्यपाल हमें महीनों तक बताते रहे कि चूंकि मामला कोर्ट में है, वह स्पीकर के चुनाव की अनुमति नहीं दे सकते. फिर, उन्होंने इसे नई सरकार के लिए कैसे अनुमति दी है.
भाजपा एमएलसी प्रवीण दारेकर ने विश्वास जताया कि संख्या को देखते हुए पार्टी प्रत्याशी नार्वेकर आसानी से अध्यक्ष चुनाव जीत जाएंगे. कांग्रेस नेता नाना पटोले अंतिम अध्यक्ष थे, जिन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार के सत्ता में आने के बाद 2019 में देर से चुना गया था. हालांकि, पटोले ने फरवरी 2021 में राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने के बाद पद छोड़ दिया और तब से राकांपा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल कार्य कर रहे थे.