नई दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में चुनाव आयोग पहुंचा. चुनाव आयोग और तृणमूल सांसदों के बीच की बैठक एक घंटे से ज्यादा देर तक चली. जिसके बाद तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पश्चिम बंगाल के डीजी और एडीजी को बदलने और नंदीग्राम में ममता बनर्जी के साथ हुई घटना में जरूर कुछ संबंध है.
तृणमूल ने यह भी आरोप लगाया है कि इस घटना से पहले ही पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष और भाजपा सांसद सौमित्र खां ने कुछ ऐसी बातें की हैं, जैसे उन्हें इस घटना की जानकारी पहले से थी. स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिगेड परेड ग्राउंड पर अपने संबोधन में कहा था कि नंदीग्राम में दीदी की स्कूटी पलट जाएगी. इन सब व्यक्तव्यों से भी अंदेशा होता है कि ममता बनर्जी के साथ हुई घटना के पीछे कोई बड़ी साजिश हो सकती है. यह सुरक्षा चूक का भी मामला है.
तृणमूल कांग्रेस लगातार यह आरोप लगाती रही है कि चुनाव आयोग पूरी तरह से बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है. इसके विरोध में सभी टीएमसी सांसद हाथ मे काली पट्टी बांध कर चुनाव आयोग मुख्यालय पहुंचे थे. सौगत रॉय ने कहा कि बंगाल चुनाव से संबंधित कई अन्य विषय भी उन्होंने चुनाव आयोग के सामने रखे हैं. आयोग ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. टीएमसी ने एक बार फिर चुनाव आयोग और भाजपा के बीच सांठ-गांठ का आरोप लगाया है.
साथ ही सीएम ममता बनर्जी के साथ हुई घटना के लिए भी कहीं न कहीं चुनाव आयोग और बीजेपी को ही जिम्मेदार ठहराया है.