नई दिल्ली: पंजाब में चुनाव की तारीख टली, अब 20 फरवरी को होगा चुनाव. रविदास जयंती को देखते हुए अलग-अलग राजनीतिक दलों ने जो मांग की थी उसको केंद्रीय चुनाव आयोग ने मान लिया है.
इससे पहले रविदास जयंती (ravidas jayanti) की वजह से पंजाब में विधानसभा चुनाव की वोटिंग (punjab Assembly election 2022) को लेकर लेकर चुनाव आयोग की आज एक अहम मीटिंग की. आयोग सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, BJP, और पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी के पत्र पर मंथन किया. सभी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर 16 फरवरी को गुरु रविदास जयंती को देखते हुए मतदान की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की है. सभी पार्टियों ने चुनाव आयोग को अलग-अलग पत्र लिखा था. बहुजन समाज पार्टी ने भी यह मांग उठाई है.
पंजाब में क्यों हो रही चुनाव टालने की मांग
पत्र में लिखा गया है कि 16 फरवरी को गुरु रविदास जयंती (ravidas jayanti) का पावन पर्व होने के कारण राज्य का एक बड़ा वर्ग पहले ही वाराणसी जा सकता है. ऐसे में अगर राज्य में मतदान हुआ तो वह लोग वोट देने के अधिकार से वंचित रह जाएंगे. बता दें, इस साल गुरु रविदास की जयंती 16 फरवरी को पड़ रही है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि निर्वाचन आयोग इस मांग पर सोमवार को चर्चा करेगा.
पंजाब में 14 फरवरी को मतदान
उत्तर प्रदेश, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर के साथ-साथ पंजाब में भी अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं. पंजाब में एक चरण में वोटिंग होगी. राज्य के सभी 117 सीटों पर 14 फरवरी को मतदान होना है. वहीं वोटों की गिनती 10 मार्च को बाकी राज्यों के साथ की जाएगी.
पंजाब विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च, 2022 को समाप्त हो रहा है. फिलहाल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी हैं. पंजाब में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल या गठबंधन को 59 सीटों का आंकड़ा हासिल करना होगा.
पीटीआई-भाषा इनपुट