नई दिल्लीः दिल्ली के कथित आबकारी नीति घोटाला मामले में लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं. दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ पेश की गई ईडी की चार्जशीट में यह बात सामने आई है कि आरोपी अमित अरोड़ा ने दिनेश अरोड़ा (सरकारी गवाह) के माध्यम से सिसोदिया को रिश्वत के पैसे दिए. ईडी चार्जशीट में लिखा है कि आरोपी अमित अरोड़ा ने कंपनी का टैली अकाउंट की जानकारी दी है, जिसमें शराब की बिक्री से आने वाले कैश को कई तारीखों में बैंक में जमा नहीं किया गया. यह कैश मनीष सिसोदिया को देने के लिए इकट्ठा किया गया जो पहली किश्त के रूप में अप्रैल के दूसरे सप्ताह में मनीष सिसोदिया को दिया गया. उन्हें एक करोड़ रुपये पहले दिए गए जबकि 1.2 करोड़ रुपये अगले दो तीन महीने में शराब कंपनियों की बिक्री से इकट्ठे करके दिए गए.
गोवा चुनाव में हवाला के जरिए पहुंचाया गया पैसा
गोवा चुनाव में पहुंचाए गए पैसों में से 20 रुपये और 50 रुपये के नोट भी बरामद करके उनकी फोटो भी ईडी ने अपनी चार्जशीट में दी है. ईडी ने चार्जशीट में कहा है कि महेंद्र चौधरी नाम के आप कार्यकर्ता ने विजय नायर के माध्यम से पैसे गोवा चुनाव में पहुंचाए. साउथ ग्रुप से आने वाले रिश्वत के पैसे को विजय नायर, महेंद्र चौधरी और दुर्गेश पाठक ने गोवा चुनाव में इस्तेमाल किया. महेंद्र चौधरी ने ईडी को बताया है कि वह विजय नायर से वर्ष 2021 में गोवा में मिला था.
ईडी ने चार्जशीट में सबूत के साथ दी हैं ये दलीलें
- विजय नायर, दुर्गेश पाठक और महेंद्र चौधरी निकट से जुड़े हुए हैं. दुर्गेश पाठक, जो आप विधायक हैं और महेंद्र चौधरी, जो आप पार्टी के कार्यकर्ता हैं, तलाशी के दौरान विजय नायर के साथ उसके आवास पर पाए गए.
- महेंद्र चौधरी ने अपने बयान में दिनांक 23.03.2023 को खुलासा किया कि उसने 2021 की शुरुआत में गोवा में विजय नायर से मुलाकात की. वे तत्कालीन आगामी गोवा चुनावों के प्रचार के लिए आप विधायक दुर्गेश पाठक के साथ वहां गए थे और अच्छे दोस्त बन गए थे.
- महेन्द्र चौधरी के पास से करेंसी नोटों की दो तस्वीरें मिली हैं. 20 और 50 रुपये, जो आमतौर पर हवाला ट्रांसफर के लिए उपयोग किए जाते हैं. इन तस्वीरों की तारीख 05.02.2022 है, जो गोवा चुनाव के करीब है. ये तस्वीरें महेंद्र चौधरी के फोन से क्लिक की गई हैं. इसलिए, यह स्पष्ट है कि महेंद्र चौधरी गोवा चुनाव के दौरान आप की ओर से हवाला हस्तांतरण में शामिल था.
सरकारी गवाह आरोपी दिनेश अरोड़ द्वारा दिए गए सबूत
- दिनांक 09.04.2023 को अमित ने दिनेश अरोड़ा को भुगतान की गई नकदी का स्रोत प्रस्तुत किया है. उसने अपनी कंपनियों के टैली खाते जमा किए हैं, जिसमें उसने शराब की दैनिक बिक्री से उत्पन्न नकदी से सिसोदिया को पैसे का भुगतान किया था.
- कंपनियों की टेली में मनीष सिसोदिया को भुगतान करने के उद्देश्य से कई तिथियों पर जमा न की गई नकदी के बारे में विवरण है.
- एक करोड़ रुपये की पहली किस्त का भुगतान अप्रैल के दूसरे सप्ताह में किया गया था. शेष 1.2 करोड़ रुपये का भुगतान अगले 2-3 महीनों में उन्हीं कंपनियों की नकद बिक्री आय से किया गया था.
- अमित ने बताया कि 22.03.2021 को जीओएम की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद वह मनीष सिसोदिया से मिलने गए थे. वह एयरपोर्ट जोन पर चर्चा करने गए थे, जहां जीओएम रिपोर्ट में एयरपोर्ट ऑपरेटर (डीआईएएल) से एनओसी की आवश्यकता के संदर्भ में किसी विशेष खंड का उल्लेख नहीं किया गया था.
- फिर अमित ने मनीष सिसोदिया से एनओसी क्लॉज शामिल करने का अनुरोध किया ताकि वह अपने व्यवसाय को बनाए रख सकें.
- सिसोदिया ने अमित से कहा कि जो वह चाहते हैं, उस पर एक नोट तैयार करें और उन्हें इसे दिनेश को सौंपने के लिए कहा. उन्होंने अमित से कहा कि इस क्लॉज को जोड़ने की लागत आएगी और इस बारे में दिनेश और देवेंद्र से बात करने को कहा.
- दिनेश ने अमित से कहा कि इस काम को करवाने के लिए ढाई करोड़ रुपये देने होंगे.
- अमित ने उनकी शर्तों पर सहमति व्यक्त की और दिनेश अरोड़ा को एक दस्तावेज-आवश्यक नोट सौंपा. अमित ने 23.03.2021 को अपने कंप्यूटर पर आवश्यक नोट तैयार किया था.
- जीओएम की रिपोर्ट 22.03.2021 को जीओएम को सौंपे जाने के एक दिन बाद और 05.04.2021 को जीओएम में कुछ संशोधन किए गए थे और एनओसी क्लॉज पेश किया गया था.