त्रिशूर: केरल स्थित एक लोकप्रिय आभूषण श्रृंखला के कई कार्यालयों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को छापेमारी की, जिसके भारत के अलावा पश्चिम एशिया में भी आउटलेट हैं. जांच एजेंसी के एक सूत्र ने इसकी जानकारी दी. सूत्र ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी आभूषण श्रृंखला के प्रदेश में स्थित कई कार्यालयों में यह छापेमारी की गयी है. यह छापेमारी कंपनी द्वारा अपने 2,300 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को यह कहते हुए वापस लेने के ठीक एक दिन बाद हुई कि उसे अपने वित्तीय परिणामों में पर्याप्त बदलाव शामिल करने के लिए और समय चाहिए.
मुख्य कार्यकारी बेबी जॉर्ज ने मंगलवार को बताया कि कंपनी ने अपने आईपीओ दस्तावेजों को जल्द से जल्द, बाजार की स्थितियों के अधीन परिष्कृत करने की योजना बनाई है. ज्वैलरी रिटेलर, जो मुख्य रूप से दक्षिणी भारत पर ध्यान केंद्रित करता है, बाजार में उतार-चढ़ाव और अत्यधिक उच्च मुद्रास्फीति के बीच अपनी आईपीओ योजनाओं को विलंबित करने या खींचने के लिए नवीनतम है. कंपनी लगभग 68 शहरों में शोरूम संचालित करती है.
वहीं दूसरी ओर तेलंगाना के हैदराबाद में एमबीएस ज्वैलर्स के मालिकों में से एक सुकेश गुप्ता बुधवार को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों के सामने पेश हुए. जौहरी सुकेश गुप्ता यहां एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय में ईडी अधिकारियों के समक्ष पेश हुए. तेलंगाना हाईकोर्ट ने सोमवार को सुकेश गुप्ता को ईडी के समक्ष पेश होने और उनके द्वारा दी गई जानकारी पर सवालों के जवाब देने का निर्देश दिया था.
अदालत ने ईडी की कार्यवाही पर और रोक लगाने से इनकार कर दिया था. अदालत ने पहले ईडी के मामले पर रोक लगा दी थी और एक वरिष्ठ वकील को एमिकस क्यूरी नियुक्त किया था. रिपोर्ट के मुताबकि, केंद्रीय एजेंसी ने 2014 में सीबीआई द्वारा दायर एक प्राथमिकी के आधार पर गुप्ता के खिलाफ जांच शुरू की थी, जिसमें स्वर्ण आयात योजना के संचालन प्रावधानों में उनके द्वारा की गई कथित अनियमितताएं थीं.
(पीटीआई-भाषा/आईएएनएस)