मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) कर्मचारियों की कथित अवैध फोन टैपिंग से जुड़े धनशोधन के एक मामले में मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने 1986 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी को मामले में सात घंटे से अधिक समय की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया. सफेद शर्ट पहने पांडे को पूछताछ के लगातार दूसरे दिन पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे ईडी मुख्यालय में प्रवेश करते देखा गया.
इससे पहले एजेंसी ने एनएसई में कथित को-लोकेशन घोटाले की जांच के लिए उसके द्वारा दर्ज एक अन्य मामले में उनसे पूछताछ की थी और उस समय (5 जुलाई) पांडे को अपने कंधों पर एक बैग ले जाते हुए देखा गया था, जब वह एजेंसी के कार्यालय में पीछे के दरवाजे से जा रहे थे. ईडी ने पिछले हफ्ते इस मामले में एनएसई की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चित्रा रामकृष्ण को गिरफ्तार किया था और हाल ही में अदालत को बताया था कि एनएसई में 'फोन कॉल की जासूसी' 1997 से की जा रही थी. इस मामले में पांडे की कंपनी जांच के दायरे में है, जिसका गठन मार्च 2001 में किया गया था.
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पांडे 30 जून को सेवानिवृत्त हुए थे. मुंबई के पुलिस आयुक्त के रूप में अपने चार महीने के कार्यकाल से पहले, पांडे ने महाराष्ट्र के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक के रूप में कार्य किया. आईआईटी कानपुर और हार्वर्ड विश्वविद्यालय से अध्ययन करने वाले पांडे को बुधवार को विशेष पीएमएलए अदालत से हिरासत में लेने के बाद रामकृष्ण के साथ आमना-सामना कराये जाने की उम्मीद है. पांडे ईडी और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की प्राथमिकियों का सामना कर रहे हैं, कथित फोन टैपिंग मामला और एनएसई के सिस्टम ऑडिट करने में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के दिशानिर्देशों के उल्लंघन को लेकर है.