जालंधर/चंडीगढ़/ नई दिल्ली : पंजाब में कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार कठोर से कठोर निर्णय लेने से पीछे नहीं हटेगी. कुछ लोगों ने पंजाब का माहौल खराब करने की कोशिश की थी, इस पर सीएम भगवंत मान के नेतृत्व में आप सरकार ने बिना गोली चलाए कठोर निर्णय लिए. और आज वे सभी लोग दुम दबाकर पंजाब से भाग रहे हैं. शनिवार को जालंधर स्थित डेरा सचखंड बल्लान में श्री गुरु रविदास रिसर्च सेंटर की आधारशिला रखने के बाद ये बातें पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहीं.
उन्होंने कहा कि पहले गैंगस्टरों को पार्टियों का संरक्षण मिलता था. लेकिन हमने पिछले एक साल में एक-एक कर गैंगस्टर्स और अपराधियों को जेल में डाला है. पंजाब के लोगों को अब शांति व्यवस्था लौटने का यकीन होने लगा है. हर बच्चे की शिक्षा व रोजगार की जिम्मेदारी हमारी है. दिल्ली की तरह पंजाब के स्कूल- अस्पताल भी बेहतरीन बना देंगे. पंजाब में दिल्ली से दस गुना तेजी से काम हो रहा है. इसे रंगला पंजाब बनाने का यही सुनहरा मौका है.
आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कुछ लोगों ने पंजाब का माहौल खराब करने की कोशिश की. हमें किसी भी हालत में माहौल खराब नहीं होने देना है. हमें पंजाब में शांति और कानून व्यवस्था बनाकर रखनी है. कई बार कठोर निर्णय लेने पड़ते हैं. भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार को अगर कठोर निर्णय लेने पड़ेंगे तो हम पीछे नहीं हटेंगे. पिछले कुछ दिनों के अंदर पंजाब में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मान साहब ने कठोर निर्णय लिए और बिना एक भी गोली चले, बिना किसी का खून बहे पूरे पंजाब में आज शांति व्यवस्था बरकरार है.
जो लोग माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे थे, वे आज दुम दबाकर भाग रहे हैं. जो लोग भी शांति व्यवस्था खराब करने की कोशिश करेंगे, उनको बख्शा नहीं जाएगा. पंजाब में नशा बेचने वाले भी अब दुम दबाकर भाग रहे हैं. जब पंजाब के 3 करोड़ लोग पंजाब सरकार का साथ देंगे तो पंजाब के अंदर नशा बेचने की किसी की हिम्मत नहीं होगी. पंजाब के लोगों को मिलकर नशा बेचने वालों को पंजाब से बाहर भेजना है. नशा बेचने वालों को पकड़ कर जेल में डालना है.
केजरीवाल ने कहा कि पहले हम देखते थे कि पंजाब में बड़े-बड़े गैंगस्टर्स और अपराधियों का किसी न किसी पार्टी और नेता से संबंध होता था. सभी गैंगस्टरों और अपराधियों की कहीं न कहीं सेंटिंग थी और इसीलिए उनको पकड़ा नहीं जाता था. आम आदमी पार्टी का किसी से सेंटिंग नहीं है. हमने पिछले एक साल में एक-एक कर गैंगस्टर और अपराधियों को जेल में डाला है. पंजाब की जनता को धीरे-धीरे यकीन होने लगा है कि पंजाब में शांति व्यवस्था लौटने लगी है.
हमें अपने बच्चों के हाथ में नशा और बंदूक नहीं, बल्कि नौकरियां व कम्प्यूटर देने हैं. सरकार ने पिछले एक साल में बच्चों को 26757 सरकारी नौकरियां दी हैं. पहले पंजाब के टीचर और डॉक्टर पानी की टंकी पर चढ़े मिलते थे, लेकिन अब ऐसी बातें सुनने को नहीं मिलती हैं. हम सभी कच्चे कर्मचारियों को धीरे-धीरे पक्का कर रहे हैं. इसमें थोड़ा समय जरूर लग रहा है. पंजाब धीरे-धीरे पटरी पर आ रहा है. पंजाब की जनता ने हम लोगों को बहुत दुआएं दी हैं.
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को पंजाब के सीएम सरदार भगवंत मान के साथ जालंधर स्थित डेरा सचखंड बल्लान में श्री गुरु रविदास बानी अध्ययन केंद्र की आधारशिला रखी. इस दौरान श्री गुरु रविदास बानी अध्ययन केंद्र के लिए सप्रेम 25 करोड़ रुपए का चेक भी दिया गया. इस रिसर्च सेंटर में बच्चे गुरु रविदास की बाणी पर रिसर्च कर सकेंगे. पंजाब सरकार का उद्देश्य है कि गुरु रविदास जी की बाणी दुनिया भर में फैले. इस मौके पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा और पंजाब सरकार के मंत्री समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे.
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बाबा साहब डॉ. अंबेडकर ने अपने जीवन में सबसे ज्यादा शिक्षा को महत्व दिया था. बाबा साहब बहुत गरीब परिवार से आते थे. उनके घर में खाने को कुछ नहीं था. उन दिनों छूआछूत भी बहुत ज्यादा थी. जब वह स्कूल जाते तो उनको क्लास के बाहर बैठा दिया जाता था. ऐसे परिवार और गांव से निकलकर बाबा साहब ने अमेरिका और लंदन से दो पीएचडी की और हमारे देश का संविधान लिखा. इसके बाद वे आजाद भारत के कानून मंत्री बने. आज भारत के संविधान को पूरी दुनिया मानती है. बाबा साहब का कहना था कि एक टाइम रोटी कम खा लो, लेकिन अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा जरूर देना.
उन्होंने कहा कि हमारी तो नई-नई पार्टी है. हमारे पहले कई सरकारें आईं, लेकिन किसी सरकार ने हमारे बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए स्कूल बनाने का काम नहीं किया. सिर्फ नाम के लिए सरकारी स्कूल बना दिए. सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल है. एक गरीब आदमी को मजबूरी में अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजना पड़ता है, क्योंकि उसके पास पैसे नहीं हैं. दिल्ली में हमने सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से भी शानदार बना दिया है. अब दिल्ली में सरकारी स्कूलों के बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर और वकील बन रहे हैं.
सरकारी स्कूलों में पढ़ कर निकले दलितों के बच्चों को अब कई लाख रुपए महीने की तनख्वाह मिलनी चालू हो गई है. मुझे बेहद खुशी है कि भगवंत मान ने भी पंजाब के सरकारी स्कूलों का कायाकल्प करने का काम शुरू कर दिया है. पंजाब थोड़ा बड़ा राज्य है. इसलिए इसमें थोड़ा समय लग सकता है. लेकिन हम अगले पांच साल में पंजाब के सारे सरकारी स्कूलों का कायाकल्प कर देंगे.
केजरीवाल ने कहा कि सरकारी स्कूलों की तरह ही सरकारी अस्पतालों का भी बहुत बुरा हाल है. गरीब आदमी ही बीमार होने पर सरकारी अस्पताल में जाता है. उनके पास पैसा नहीं है, वह प्राइवेट अस्पतालों में अपना इलाज नहीं करा सकता. प्राइवेट अस्पतालों में इलाज बहुत महंगा हो गया है. सरकारी अस्पतालों की बिल्डिंग टूटी है, मशीनें खराब हैं, दवाइयां नहीं मिलती हैं, टेस्ट नहीं होते हैं, डॉक्टर नहीं आते हैं.
हमने दिल्ली के सारे अस्पतालों को शानदार वातानुकूलित बना दिया. उसमें सारी दवाइयां, टेस्ट मुफ्त होते हैं. सारी मशीनें काम करती हैं, डॉक्टर समय पर आते हैं और अच्छा इलाज होता है. भगवंत मान ने पंजाब के सरकारी अस्पतालों को भी ठीक करने का काम चालू कर दिया है. दिल्ली में हमने गली-गली में मोहल्ला क्लीनिक खोले हैं, जहां खांसी, जुकाम, बुखार जैसी छोटी-छोटी बीमारियों का इलाज होता है. यहां भी सारा इलाज मुफ्त होता है. पंजाब की जनता ने एक ईमानदार सरकार बनाई है.
वहीं पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि डॉ. भीम राम अंबेडकर कहना था कि शिक्षा के बिना कोई भी देश तरक्की नहीं कर सकता. हमारी सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, रोजगार, व्यापार और इंफ्रास्ट्रक्चर पर प्राथमिकता से काम कर रही है. शिक्षा वह चाभी है, जो हर खजाने के ताले को खोल सकती है. हमारे बच्चों को विश्वस्तरीय शिक्षा देने की जरूरत है. इसलिए हमारी सरकार ने श्री गुरु रविदास की वाणी पर एक रिसर्च सेंटर बनाने का निर्णय लिया.
सीएम भगवंत मान ने कहा कि बड़ा आदमी वो नहीं है, जिसके पास खूब जमीन या बैंक बैलेंस है. बड़ा आदमी वो है, जिनके बच्चे पढ़े लिखे हैं. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने सरकारी स्कूलों को शानदार बना दिया है. पहले उन स्कूलों की हालत बहुत खराब हुआ करती थी. अरविंद केजरीवाल ने सरकारी स्कूलों को इतना शानदार बना दिया है कि आज सरकारी स्कूलों का रिजल्ट प्राइवेट स्कूलों से भी अच्छा आ रहा है. आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में एक रिक्शे वाले, एक मजदूर और एक जज का बच्चा एक ही बेंच पर बैठ कर पढ़ते हैं. इसे काम करना कहते हैं. आज देश में ऐसा कोई नेता नहीं है जो चुनाव में यह कहे कि अगर हमने काम किया है तभी हमें वोट देना, नहीं तो मत देना.