कोलकाता : पश्चिम बंगाल में लेफ्ट फ्रंट के युवा संगठन डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (Democratic Youth Federation of India-DYFI) की ओर से गुरुवार को कोलकाता नगर निगम (Kolkata Municipal Corporation) का घेराव किया गया. संगठन ने नगर निगम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. साथ ही प्रदर्शनकारी कोलकाता नगर निगम में अधूरे रिक्त पदों को भरने और बंद हुए नगर निगम के स्कूलों को फिर से खोलने की मांग की है.
इस बीच, निगम मुख्याल्य के समाने प्रदर्शन कर रहे डीवाईएफआई के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. कोलकाता नगर निगम के अंदर प्रवेश करने का उनकी ओर से पुरजोर प्रयास किया गया. लेकिन पुलिस ने तत्परता से इस घेराव को समाप्त किया. कई समर्थकों को चोटें भी आई उन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया.
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#WATCH | Members of DYFI (Democratic Youth Federation of India) and others gherao Kolkata Municipal Corporation office over allegations of corruption against the Corporation pic.twitter.com/meTmrShUks
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डीवाईएफआई के समर्थकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मेयर फिरहाद हकीम को ज्ञापन भी सौंपा है. केएमसी सूत्रों के अनुसार, ज्ञापन देने के बाद डीवाईएफआई के समर्थकों को आश्वासन दिया गया है कि खाली पदों पर आवश्यकतानुसार नियुक्ति की जाती है. जो आरोप लगाये जा रहे हैं, वह निरर्थक है. केएमसी हमेशा आम लोगों के हित के लिए सोचता है.
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डीवाईएफआई का कहना है कि कोलकाता नगर निगम आम जनता के हित में नहीं सोचती है. विकास के नाम पर परियोजनाएं ठप पड़ी हुई है. रोजगार के अवसर नहीं प्रदान किये जा रहे. इन विभिन्न मुद्दों को लेकर डीवाईएफआई ने निगम मुख्याल्य का घेराव किया गया. डीवाईएफआई की राज्य सचिव मीनाक्षी मुखर्जी ने कहा, "हमारी मांगें शिक्षा और रोजगार को लेकर हैं." मुखर्जी ने पुलिस पर भी पक्षपात करने का आरोप लगाया. प्रदर्शन में शामिल लोगों ने दावा किया कि केएमसी द्वारा चलाए जाने वाले स्कूल बंद हो रहे हैं और नगर निगम में 29,000 स्थाई पद रिक्त हैं.
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