मुंबई : मुंबई की लाइफ लाइन मानी जाने वाली लोकल ट्रेन में एक दिव्यांग व्यक्ति को नशे के घोल से जला दिया गया. घटना मुंबई की लोकल ट्रेन में शनिवार की देर रात हुई. नशे के आदी ने चलती लोकल में एक दिव्यांग को जलाने की कोशिश की, घायल यात्री का इलाज केईएम अस्पताल में चल रहा है.
शनिवार की रात करीब 11 बजे कलवा मुंब्रा थाने के बीच हुए झगड़े के दौरान गरदुल्ला (नशे का आदी व्यक्ति) ने दिव्यांग प्रमोद वाडेकर पर नशीला घोल फेंक दिया और माचिस से उसे आग के हवाले कर दिया. इस घटना में प्रमोद वाडेकर गंभीर रूप से घायल हो गए. वाडेकर के बाएं हाथ में चोट लग गई. केएम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. वाडेकर जन्म से ही बोलने में असमर्थ हैं.
हमला छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल से कल्याण जा रही लोकल ट्रेन में हुआ. मारपीट करने वाला भी दिव्यांग है. इस संदर्भ में ठाणे रेलवे पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और रेलवे पुलिस इस अपराध की जांच कर रही है.
मुंबई के इलाकों में प्रशासन के बार-बार घोषणा किए जाने के बावजूद गुंडागर्दी और नशाखोरी कम होती नहीं दिख रही है. पुलिस की शिथिलता आम यात्रियों की जान ले रही है. इस मामले में भी ऐसा ही देखा गया जब मामूली झगड़े के चलते एक दिव्यांग पर इस तरह हमला हुआ.
कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आवास के पास रहने वाले नागरिकों ने ऐसे उपद्रवियों पर कार्रवाई करने के लिए पोस्टर लगा दिए थे. स्थानीय लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री के बगल में रहने वाली महिलाएं पुलिस गश्त नहीं होने के कारण असुरक्षित हैं. ऐसे में अब सवाल यह है कि आम नागरिक अपनी सुरक्षा के लिए क्या करें.