तिरुपति (आंध्र प्रदेश) : भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करने के बाद तिरुमाला से वापस लौटते समय सेना के एक अफसर द्वारा ड्रोन उड़ाए जाने का मामला सामने आया है. बताया जाता है कि हरियाणा से दिनेश अपने परिवार के साथ कार से तिरमाला पहुंचे. यहां पर दर्शन करने के बाद वह कार से पहाड़ी से नीचे उतरते समय ड्रोन उड़ाया गया. इतना ही नहीं ड्रोन के जरिये उन्होंने वॉकवे और वन क्षेत्र की रिकार्डिंग करनी शुरू कर दी. इस पर स्थानीय लोगों उनसे बिना इजाजत ड्रोन नहीं उड़ाने की सलाह दी, लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया. घटना से हड़कंप मच गया. हालांकि टीटीडी (तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम) के विजिलेंस अधिकारियों को ड्रोन के साथ उस व्यक्ति को तिरुमाला पुलिस को सौंप दिया है.
अलीपिरी चेक प्वाइंट के माध्यम से वाहनों को तिरुमाला पहुंचना चाहिए. यहां पर सुरक्षाकर्मी वाहन और सामान की स्कैनिंग करेंगे. वहीं टीटीडी (तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम) ने एक बयान में कहा है कि विजिलेंस अधिकारियों ने एक हल्के ड्रोन को जब्त कर लिया है जिसे पहले घाट रोड पर उड़ाया गया था. साथ ही कहा गया है कि स्कैनिंग प्वाइंट पर इसका पता लगाना संभव नहीं था क्योंकि यह एक प्लास्टिक ड्रोन था. फिलहाल घटना की आगे की जांच की जा रही है.
बताया गया है कि दिनेश सेना में अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. हालांकि, गौर करने वाली बात ये है कि उन्होंने नियमों को जाने बिना ही ड्रोन का इस्तेमाल किया. गौरतलब है कि खुफिया एजेंसियां पहले भी कई बार चेतावनी दे चुकी हैं कि तिरुमाला पर आतंकी खतरा मंडरा रहा है. इस वजह से टीटीडी विजिलेंस विभाग लगातार ऐसी स्थितियों में सतर्क रहता है. वहीं कहा जा रहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा विफलता की समीक्षा की जानी चाहिए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
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