उस्मानाबाद (महाराष्ट्र ) : गधा, जो केवल बोझ उठाने वाले जानवर के रूप में जाना जाता है, लेकिन गधे की एक खासियत के बारे में शायद आपकाे पता न हाे. जी हां, आप यकीन नहीं कर पाएंगे अगर हम ये कहें कि गधी का दूध 10,000 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. हैरानी की बात यह है कि इतना महंगा होने के बावजूद गधी के दूध की मार्केट में काफी डिमांड है.
अपने पाेषक तत्वाें की वजह से गधी का दूध काफी महंगे भाव में बिक रहा है. लेकिन इसकी वजह से इस दूध की मांग में काेई कमी नहीं आई है.
महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले के उमरगा का धोत्रे परिवार सौ रुपये में 10 मिली लीटर गधी का दूध बेचता है. उनके पास फिलहाल 20 गधी हैं.
धोत्रे परिवार दस मिली दूध सौ रुपये में यानी दस हजार रुपए लीटर के हिसाब से गधी का दूध बेचता है. उसके परिवार की आजीविका गधी के दूध की बिक्री पर निर्भर ही है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें ताे गधी के दूध को गुणकारी माना जाता है. गधी का दूध रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.
यह दूध सर्दी, खांसी, दमा और निमोनिया के इलाज में कारगर माना जाता है. साथ ही यह दूध पेट दर्द को रोकने में मदद करता है. गधी के दूध में विटामिन डी की मात्रा अधिक होती है. यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. यह भी माना जाता है कि इस दूध से त्वचा कोमल, कोमल और चमकदार होती है.
विक्रेता लक्ष्मीबाई धोत्रे ने बताया कि गधी का दूध बच्चों के लिए फायदेमंद होता है. उमरगा शहर में गधी के दूध की काफी डिमांड है. लोग इस दूध को हजारों रुपये देकर खरीद रहे हैं.
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सुबह-शाम दूध खरीदने के लिए यहां लाेगाें की भारी भीड़ देखी जा सकती है.