नई दिल्ली: रक्षा मंत्रालय ने भारतीय रक्षा बलों के लिए विभिन्न हथियार प्रणालियों की खरीद के लिए 70,000 करोड़ रुपये से अधिक के प्रस्तावों को मंजूरी दी है. इस बारे में रक्षा अधिकारी ने जानकारी दी है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक ने भारतीय नौसेना के लिए 60 मेड इन इंडिया यूटिलिटी हेलीकॉप्टर मरीन और ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, भारतीय सेना के लिए 307 ATAGS हॉवित्जर और भारतीय तट रक्षक के लिए 9 एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर खरीदने के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है.
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A meeting of Defence Acquisition Council (DAC) chaired by RM Shri @rajnathsingh was held today. The DAC accorded Acceptance of Necessity (AoN) for capital acquisition amounting to Rs.70,584 Crores and all the procurement are under Buy (Indian-IDDM) category.
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— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) March 16, 2023
रक्षा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत ने स्वदेश में विकसित 70,584 करोड़ रुपये के सैन्य साजो-सामान की खरीद के लिए गुरुवार को मंजूरी दी है. इस योजना का उद्देश्य घरेलू रक्षा विनिर्माण को बढ़ावा देना है, जिससे सरकार को काफी उम्मीदें हैं. अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी.
आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ लगभग तीन साल से जारी गतिरोध के बीच नए खरीद प्रस्तावों को हरी झंडी दी गई है. डीएसी ने सैन्य साजो-सामान की खरीद के लिए 70,584 करोड़ रुपये की एक्सेप्टेंस ऑफ नेसेसिटी (एओएन) को स्वीकृति दी, जिसके तहत सभी खरीद स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित श्रेणी के तहत की जाएगी.
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय ने एक ट्वीट में लिखा कि 'इतनी मात्रा में स्वदेशी खरीद न केवल भारतीय उद्योगों को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में प्रेरित करेगी, बल्कि विदेशी विक्रेताओं पर भारत की निर्भरता को भी काफी हद तक कम करेगी.'