नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में कई परियोजनाओं की शुरुआत की साथ ही उन्होंने काशी तमिल संगमम 2.0 का भी उद्घाटन किया. 17 से 31 दिसंबर, 2023 तक आयोजित होने वाले काशी तमिल संगमम के दूसरे संस्करण के दौरान तमिलनाडु एवं पुडुचेरी के 1,400 गणमान्य वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा करेंगे.
साथ ही तमिलनाडु और काशी की कला, संगीत, हथकरघा, हस्तशिल्प, व्यंजन एवं अन्य विशेष उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. इसके अलावा काशी और तमिलनाडु की संस्कृतियों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा.
अधिकारियों की मानें तो काशी तमिल संगमम के दूसरे संस्करण में साहित्य, प्राचीन ग्रंथ, दर्शन, अध्यात्म, संगीत, नृत्य, नाटक, योग और आयुर्वेद पर व्याख्यान भी होंगे. आपको बता दें कि काशी तमिल संगमम का दूसरा संस्करण सरकार के 'एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम कार्यक्रम' का हिस्सा है.
इसके बारे में जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि 'लोगों से लोगों के बीच संपर्क कार्यक्रम का व्यापक उद्देश्य काशी और तमिलनाडु - प्राचीन भारत में शिक्षा और संस्कृति के दो महत्वपूर्ण केंद्रों - के बीच जीवंत संबंधों को पुनर्जीवित करना है. इसका उद्देश्य साझा विरासत की समझ का निर्माण करते हुए और इन दोनों क्षेत्रों के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करते हुए ज्ञान और संस्कृति की इन दो परंपराओं को एक साथ लाना है.'
जानकारी के अनुसार काशी तमिल संगमम में तमिलनाडु और पुडुचेरी के 1,400 गणमान्य व्यक्तियों की भागीदारी की उम्मीद है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि काशी तमिल संगमम का पहला संस्करण 16 नवंबर से 16 दिसंबर 2022 तक आयोजित किया गया था.