नई दिल्ली : संसद का मानसून सत्र अपने अंतिम सप्ताह में प्रवेश कर चुका है. विपक्ष की लगातार नारेबाजी के बीच सोमवार को कुछ प्रमुख विधेयक सदन में पेश हुए और यहां तक कि पारित भी हो गए. इस पर द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के सांसदों ने 'कठोर बिलों को बुलडोज़िंग़' करने का आरोप लगाया. केंद्र सरकार के विरोध में उन्होंने काली शर्ट पहनी थी.
मीडिया को संबोधित करते हुए डीएमके सांसद तिरुचि शिवा (Tiruchi Siva) ने कहा, 'विपक्ष लगातार किसानों के मुद्दे, मूल्य वृद्धि और पेगासस कांड पर चर्चा की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार इसके लिए तैयार नहीं है. पिछले 3 सप्ताह से गतिरोध (Logjam) चल रहा है. सरकार इस शोर-शराबे का विरोध कर रही है. लगातार बहुत सारे बिल सरकार बिना बहस पास कर रही है, जिनमें से अधिकांश कठोर प्रकृति के हैं.'
उन्होंने कहा, 'सामान्य बीमा विधेयक और राष्ट्रीय न्यायाधिकरण विधेयक के खिलाफ आंदोलन हो रहा है, हमने सुझाव दिया था कि सरकार इसे प्रवर समिति को भेजे, लेकिन हमारी मांगें नहीं मानी जा रही हैं और इसके बजाय इन विधेयकों को बुलडोजर करने की कोशिश की जा रही है. इसलिए विरोध के निशान के रूप में डीएमके के राज्यसभा सांसद काले रंग की पोशाक में आए हैं.'
द्रमुक सांसद ने आश्वासन दिया कि वे सरकार पर विधेयकों पर चर्चा करने और फिर उन्हें 'उचित तरीके से' पारित करने के लिए दबाव बनाना जारी रखेंगे.
ये भी पढ़ें- लोक सभा में संविधान संशोधन आदेश समेत तीन विधेयक महज 21 मिनट में पारित
Sitharaman Angry : वित्त मंत्री को कांग्रेस पर आया गुस्सा, राज्य सभा में पढ़ाया पाठ
केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक संसद से पारित, 2500 छात्रों के पढ़ने की व्यवस्था