बक्सर: बिहार के बक्सर जिले में चौसा ब्लॉक के महादेवा घाट पर मिली लाशों को लेकर बक्सर के जिलाधिकारी इस बात से इनकार करते रहे की लाशों की संख्या 30 से ज्यादा है. लाशों की संख्या को लेकर बक्सर के डीएम लगातार झूठ बोलते रहे और सच के आंकड़े को छुपाते रहे.
बक्सर डीएम ने छुपाया सच
बक्सर के डीएम ने इस बात की जानकारी दी है कि बक्सर के महादेवा घाट पर जो लाशें मिली हैं, उनका पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार कर दिया गया है. सरकारी अभिलेख में बक्सर डीएम ने जिन लाशों के पोस्टमार्टम की संख्या को अंकित करवाया है वह 71 हैं. बड़ा सवाल ये है कि आखिर डीएम इस सच को छुपा क्यों रहे थे.
सवालों के घेरे में जिलाधिकारी
महादेवा घाट पर लाशों के तैरते होने की सूचना मिलने के बाद सबसे पहले ईटीवी भारत ने इस खबर को उठाया था और ईटीवी भारत ने ही डीएम को इसकी सूचना भी दी थी. हालांकि, डीएम इस बात से इनकार करते रहे कि लाशों की संख्या 30 से ज्यादा है लेकिन रात में 71 लाशों का पोस्टमार्टम करा कर के खुद डीएम ने इसकी रिपोर्ट भी जारी की है.
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शव मिलने का नहीं थम रहा सिलसिला
बता दें कि गंगा नदी में शव के मिलने का सिलसिला थम नहीं रहा है. बक्सर और उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिला के बाद अब उत्तर प्रदेश के बलिया जिला अंतर्गत नरही थाना क्षेत्र स्थित सुहाव ब्लॉक के 60 के डेरा गंगा घाट पर लगभग एक दर्जन शव मिले हैं. इस मामले पर अब तक उत्तर प्रदेश प्रशासन ने संज्ञान नहीं लिया है. बक्सर के महादेव घाट पर 4 दर्जन से अधिक लाशें एक किलोमीटर के दायरे में बिखरी पड़ी थी. कई लाशों को कुत्ते नोचकर खा रहे थे.