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Karnataka Election : कर्नाटक कांग्रेस चीफ डीके शिवकुमार की सीट से उनके भाई सुरेश ने भी दाखिल किया नामांकन

केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश ने कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है, जहां से उनके भाई चुनाव लड़ रहे हैं. दरअसल कांग्रेस ने ये कदम एहतियात के तौर पर उठाया है. कांग्रेस को लगता है कि चुनाव आयोग से अंतिम समय में अगर शिवकुमार का नामांकन खारिज हो जाता है, तो उसकी भरपाई इस तरह से की जा सकती है.

DK Suresh
डीके सुरेश ने दाखिल किया नामांकन
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Published : Apr 20, 2023, 7:14 PM IST

Updated : Apr 20, 2023, 8:38 PM IST

देखिए वीडियो

रामनगर (कर्नाटक): कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र जमा करने की समय सीमा गुरुवार को समाप्त हो गई. कांग्रेस ने कनकपुर से मौजूदा सांसद डीके सुरेश (DK Suresh) को उम्मीदवार बनाया है. डीके सुरेश ने निर्वाचन अधिकारी संतोष के समक्ष नामांकन दाखिल किया.

कांग्रेस का ये चौंकाने वाला कदम है, क्योंकि डीके सुरेश के भाई डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ने 17 अप्रैल को कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर कनकपुर से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. लेकिन अफवाहें थीं कि उनका नामांकन पत्र खारिज कर दिया जाएगा. यही वजह है कि उनके भाई डीके सुरेश ने एहतियात के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. डीके शिवकुमार ने कहा था कि 1 बजे तक इंतजार करें, जिसके बाद सस्पेंश बन गया था, जो डीके सुरेश के नामांकन के रूप में सामने आया है.

सांसद डीके सुरेश ने कहा कि 'हाईकमान ने कनकपुरा से चुनाव लड़ने का निर्देश दिया था. जैसा कि कुछ ट्रिक चली जाती हैं, मैंने एहतियात के तौर पर नामांकन दाखिल किया है.'

कनकपुरा में डीके सुरेश ने कहा कि 'डीके शिवकुमार पर सभी की निगाहें टिकी हैं. भाजपा ने गलत तरीके से डीके को हराने की योजना बनाई है. आप सभी ने देखा है कि कैसे डीके शिवकुमार को गिरफ्तार किया गया और नोटिस दिया गया. चेन्नई के आईटी ने चार दिन पहले भी नोटिस दिया था. IT अधिकारियों ने कहा कि हमें व्यक्तिगत रूप से इसमें शामिल होना चाहिए. हमने कहा था कि हम चुनाव के बाद आएंगे. हम बेवजह नहीं आएंगे. हमारे मामलों पर हर जगह निरोधक आदेश हैं. उन्होंने सत्ता का दुरुपयोग कर डीके शिवकुमार को निशाना बनाया है.'

डीके शिवकुमार ने कहा कि 'बीजेपी ने पहले टिकट की घोषणा करते हुए डीके शिवकुमार को कड़ी टक्कर देने की बात कही थी. एहतियात के तौर पर हम भी तैयार हैं. बीजेपी चाहे कुछ भी कर ले, कुछ नहीं होने वाला. आशंका जताई जा रही थी कि वे नामांकन खारिज कर देंगे, इसलिए मैंने भी कनकपुर से चुनाव लड़ने का फैसला किया.'

जानकारी के मुताबिक डीके शिवकुमार की ओर से जमा कराए गए नामांकन पत्र को लेकर विवाद है. ऐसी अफवाहें हैं कि यह निर्णय रिश्तेदारों और कानूनी सलाहकारों के साथ विचार-विमर्श के बाद किया गया है. विशेष रूप से संपत्ति विवरण के संबंध में कुछ लोगों से उत्पन्न होने वाली समस्याओं की संभावना को देखते हुए ऐसा किया गया है.

इससे इन अफवाहों पर विराम लग गया है कि सांसद डीके सुरेश अंतिम दिन अंतिम समय में बेंगलुरू के पद्मनाभनगर निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. आज सुरेश ने कनकपुर से ही नामांकन दाखिल किया. कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार के रूप में रघुनाथ नायडू ने कल फॉर्म बी के साथ अपना नामांकन पत्र जमा किया. इससे साफ है कि पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में रहा डीके सुरेश का मुकाबला पद्मनाभनगर से नहीं है. रघुनाथ नायडू पद्मनाभनगर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.

पढ़ें- Karnataka Assembly Election 2023 : कांग्रेस ने उम्मीदवारों की छठी लिस्ट जारी की

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रामनगर (कर्नाटक): कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र जमा करने की समय सीमा गुरुवार को समाप्त हो गई. कांग्रेस ने कनकपुर से मौजूदा सांसद डीके सुरेश (DK Suresh) को उम्मीदवार बनाया है. डीके सुरेश ने निर्वाचन अधिकारी संतोष के समक्ष नामांकन दाखिल किया.

कांग्रेस का ये चौंकाने वाला कदम है, क्योंकि डीके सुरेश के भाई डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ने 17 अप्रैल को कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर कनकपुर से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. लेकिन अफवाहें थीं कि उनका नामांकन पत्र खारिज कर दिया जाएगा. यही वजह है कि उनके भाई डीके सुरेश ने एहतियात के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. डीके शिवकुमार ने कहा था कि 1 बजे तक इंतजार करें, जिसके बाद सस्पेंश बन गया था, जो डीके सुरेश के नामांकन के रूप में सामने आया है.

सांसद डीके सुरेश ने कहा कि 'हाईकमान ने कनकपुरा से चुनाव लड़ने का निर्देश दिया था. जैसा कि कुछ ट्रिक चली जाती हैं, मैंने एहतियात के तौर पर नामांकन दाखिल किया है.'

कनकपुरा में डीके सुरेश ने कहा कि 'डीके शिवकुमार पर सभी की निगाहें टिकी हैं. भाजपा ने गलत तरीके से डीके को हराने की योजना बनाई है. आप सभी ने देखा है कि कैसे डीके शिवकुमार को गिरफ्तार किया गया और नोटिस दिया गया. चेन्नई के आईटी ने चार दिन पहले भी नोटिस दिया था. IT अधिकारियों ने कहा कि हमें व्यक्तिगत रूप से इसमें शामिल होना चाहिए. हमने कहा था कि हम चुनाव के बाद आएंगे. हम बेवजह नहीं आएंगे. हमारे मामलों पर हर जगह निरोधक आदेश हैं. उन्होंने सत्ता का दुरुपयोग कर डीके शिवकुमार को निशाना बनाया है.'

डीके शिवकुमार ने कहा कि 'बीजेपी ने पहले टिकट की घोषणा करते हुए डीके शिवकुमार को कड़ी टक्कर देने की बात कही थी. एहतियात के तौर पर हम भी तैयार हैं. बीजेपी चाहे कुछ भी कर ले, कुछ नहीं होने वाला. आशंका जताई जा रही थी कि वे नामांकन खारिज कर देंगे, इसलिए मैंने भी कनकपुर से चुनाव लड़ने का फैसला किया.'

जानकारी के मुताबिक डीके शिवकुमार की ओर से जमा कराए गए नामांकन पत्र को लेकर विवाद है. ऐसी अफवाहें हैं कि यह निर्णय रिश्तेदारों और कानूनी सलाहकारों के साथ विचार-विमर्श के बाद किया गया है. विशेष रूप से संपत्ति विवरण के संबंध में कुछ लोगों से उत्पन्न होने वाली समस्याओं की संभावना को देखते हुए ऐसा किया गया है.

इससे इन अफवाहों पर विराम लग गया है कि सांसद डीके सुरेश अंतिम दिन अंतिम समय में बेंगलुरू के पद्मनाभनगर निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. आज सुरेश ने कनकपुर से ही नामांकन दाखिल किया. कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार के रूप में रघुनाथ नायडू ने कल फॉर्म बी के साथ अपना नामांकन पत्र जमा किया. इससे साफ है कि पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में रहा डीके सुरेश का मुकाबला पद्मनाभनगर से नहीं है. रघुनाथ नायडू पद्मनाभनगर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.

पढ़ें- Karnataka Assembly Election 2023 : कांग्रेस ने उम्मीदवारों की छठी लिस्ट जारी की

Last Updated : Apr 20, 2023, 8:38 PM IST
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