बेंगलुरु: कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने पार्टी कार्यकर्ताओं को एकता का संदेश दिया है. शनिवार को एक निजी कार्यक्रम में दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के प्रति स्नेह दिखाया और तस्वीरें खिंचवाईं. नेताओं ने एक-दूसरे को गले लगाकर फोटो खिंचवाई. ऐसा माना जा रहा था कि शिवकुमार और सिद्धारमैया के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता आने पर दोनों नेता ही मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं.
शिवकुमार और सिद्धारमैया के इस व्यवहार ने विपक्षियों खासकर भाजपाइयों का मुंह बंद करने का काम किया है, जो कह रहे थे कि दोनों के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है. डीके और सिद्धारमैया के बीच सब कुछ ठीक नहीं होने का आरोप लगाने वाले भाजपा नेता अब शांत होते दिख रहे हैं. बताया जा रहा है कि पार्टी आलाकमान ने इसके जरिए प्रदेश कांग्रेस की एकता दिखाने का निर्देश दिया है. चुनाव नजदीक आने पर एकता का प्रदर्शन होगा, जिससे मतदाताओं के मन में कांग्रेस की सकारात्मक छवि बनेगी.
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इससे पहले सीएम का पद उस व्यक्ति को देने की परंपरा थी, जो आमतौर पर कांग्रेस पार्टी के सत्ता में आने पर पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष होता था, लेकिन यह हाल के वर्षों में बदल गया है. जिन नेताओं को ज्यादा विधायकों का समर्थन होगा, उसे ही सीएम का पद मिलेगा. इसी कसौटी पर ज्यादा विधायकों के पक्षधर सिद्धारमैया और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार के बीच प्रतिद्वंद्विता है लेकिन राष्ट्रीय नेताओं ने यथासंभव एकता दिखाने की सलाह दी है.
शिवकुमार ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप: डीके शिवकुमार ने बीजेपी, सीएमओ और कानूनी विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं. शिवकुमार ने कहा कि है उनके नामांकन पत्र को रद्द करने की साजिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि उनके नामांकन पत्र को सबसे ज्यादा डाउनलोड किया गया है.