अजमेर. जम्मू कश्मीर में अलगाववादी नेता यासीन मलिक को एनआईए की विशेष अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई है. इस मामले पर अजमेर सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के दीवान जैनुअल आबेदीन का बड़ा बयान सामने आया है. दरगाह के दीवान ने ट्वीट करते हुए कहा (Janual Abedin tweeted against Yasin Malik) है कि यासीन मलिक को सुनाई गई सजा से पाकिस्तान का चेहरा दुनिया के सामने बेनकाब हुआ है.
जैनुअल आबेदीन ने ट्वीट करते हुए कहा कि भारत में आतंकवाद को फैलाने के लिए पाकिस्तान यासीन मलिक जैसे लोगों को फंडिंग करता आया है. यासीन मलिक ने कश्मीर में कश्मीरियों को दहशतगर्दी के लिए उकसाया है, उसने लोगों के हाथों से किताबें छीन कर उन्हे बंदूकें थमाई (Janual Abedin statement for Yasin Malik) हैं. उन्होंने कहा कि यासीन मलिक को उसके किए की सजा न्याय प्रक्रिया के तहत मिली है.
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यासीन मलिक का अजमेर में हुआ था विरोध: बता दें कि यासीन मलिक 11 फरवरी 2011 को अपनी पत्नी के साथ अजमेर की दरगाह जियारत आया था. इस बीच उसको अजमेर में भारी विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा था. यासीन मलिक दरगाह बाजार में जिस होटल में ठहरा था, उस होटल के सामने बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए यासीन मलिक का पुतला फूंका और बालकनी से नीचे झांक रहे यासीन मलिक पर चप्पलें भी फेंकी थी.