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दिशा रवि की गिरफ्तारी ने भारत की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खराब की : करूगंती - कविता करूगंती

टूलकिट मामले में पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी की संयुक्त किसान मोर्चा ने आलोचना करने के साथ ही रिहाई की मांग की है. इस पर अलायन्स फॉर सस्टेनेबल एंड होलिस्टिक एग्रीकल्चर की संयोजक कविता करूगंती ने सरकार से तुरंत रिहाई के लिए कहा है.

टूल किट मामला
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Published : Feb 16, 2021, 9:33 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 10:40 PM IST

नई दिल्ली : टूलकिट मामले में पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी की संयुक्त किसान मोर्चा ने आलोचना करते हुए तुरंत रिहा किए जाने की मांग की है. अलायन्स फॉर सस्टेनेबल एंड होलिस्टिक एग्रीकल्चर की संयोजक और संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल कविता करूगंती ने कहा है कि सरकार की दमनकारी नीतियों से किसान आंदोलन थमने वाला नहीं है. कविता करूगंती की गिरफ्तारी गलत तरीके से हुई है, जिस दौरान उसके मौलिक अधिकारों का हनन हुआ है. आज इस कारण भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि खराब हो रही है. इसलिए सरकार को तुरंत दिशा रवि की रिहाई सुनिश्चित करनी चाहिए.

टूलकिट मामले से भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि खराब हो रही

कविता ने आगे कहा कि आज भारत के दिशा रवि जैसे पर्यावरणविद अच्छी तरह समझते हैं कि प्राकृतिक और जैविक खेती का पर्यावरण के प्रति क्या महत्व है, लेकिन फसल की कम कीमत मिलने के कारण किसान अपने खेतों में अत्यधिक खाद और कीटनाशक का इस्तेमाल कर पैदावार बढ़ाने का प्रयास करते हैं.

पढ़ें : ड्रग मामला : अदालत ने आठ पाकिस्तानी नागरिकों की प्रत्यर्पण अर्जी खारिज की

यदि किसानों को उनके फसल की सही कीमत मिले, तो उन्हें ऐसे रास्ते नहीं अपनाने होंगे जो पर्यावरण के लिए नुकसानदेह हो. आज पराली जलाने पर किसानों को सरकार एक करोड़ का जुर्माना और एक साल तक जेल का प्रावधान करती है, तो दिशा रवि जैसे एक्टिविस्ट समझते हैं कि किसानों पर आपराधिक मामले दर्ज कर परिस्थिति नहीं बदलेगी.

कविता करूगंती ने कहा है कि दिशा रवि को जिस तरीके से गिरफ्तार किया गया वह संवैधानिक नहीं है. सरकार द्वारा ऐसा किए जाने से किसानों का आंदोलन कमजोर नहीं होगा, लेकिन आज यह सरकार जरूर कमजोर दिख रही है.

नई दिल्ली : टूलकिट मामले में पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी की संयुक्त किसान मोर्चा ने आलोचना करते हुए तुरंत रिहा किए जाने की मांग की है. अलायन्स फॉर सस्टेनेबल एंड होलिस्टिक एग्रीकल्चर की संयोजक और संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल कविता करूगंती ने कहा है कि सरकार की दमनकारी नीतियों से किसान आंदोलन थमने वाला नहीं है. कविता करूगंती की गिरफ्तारी गलत तरीके से हुई है, जिस दौरान उसके मौलिक अधिकारों का हनन हुआ है. आज इस कारण भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि खराब हो रही है. इसलिए सरकार को तुरंत दिशा रवि की रिहाई सुनिश्चित करनी चाहिए.

टूलकिट मामले से भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि खराब हो रही

कविता ने आगे कहा कि आज भारत के दिशा रवि जैसे पर्यावरणविद अच्छी तरह समझते हैं कि प्राकृतिक और जैविक खेती का पर्यावरण के प्रति क्या महत्व है, लेकिन फसल की कम कीमत मिलने के कारण किसान अपने खेतों में अत्यधिक खाद और कीटनाशक का इस्तेमाल कर पैदावार बढ़ाने का प्रयास करते हैं.

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यदि किसानों को उनके फसल की सही कीमत मिले, तो उन्हें ऐसे रास्ते नहीं अपनाने होंगे जो पर्यावरण के लिए नुकसानदेह हो. आज पराली जलाने पर किसानों को सरकार एक करोड़ का जुर्माना और एक साल तक जेल का प्रावधान करती है, तो दिशा रवि जैसे एक्टिविस्ट समझते हैं कि किसानों पर आपराधिक मामले दर्ज कर परिस्थिति नहीं बदलेगी.

कविता करूगंती ने कहा है कि दिशा रवि को जिस तरीके से गिरफ्तार किया गया वह संवैधानिक नहीं है. सरकार द्वारा ऐसा किए जाने से किसानों का आंदोलन कमजोर नहीं होगा, लेकिन आज यह सरकार जरूर कमजोर दिख रही है.

Last Updated : Feb 16, 2021, 10:40 PM IST
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