चंडीगढ़ : पंजाब की वित्तीय स्थिति बहुत खराब है और केंद्र द्वारा दिया गया जीएसटी मुआवजा अनुदान जून 2022 में बंद कर दिया गया तो राज्य का राजकोषीय घाटा 18,000 करोड़ रुपये बढ़ जाएगा.
सनौर कांग्रेस नेता हरिंदर पाल सिंह हैरी मान द्वारा आयोजित रैली में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (PPCC President Navjot Singh Sidhu ) ने गुरुवार को यह बात कही. सिद्धू ने एक बयान में कहा, 'केंद्र सरकार जल्द ही जून 2022 में जीएसटी मुआवजा अनुदान को बंद करने वाली है, जिससे राज्य के राजकोषीय घाटे में सालाना 18,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी होने वाली है.'
उन्होंने कहा, 'वैट पर 9000 करोड़ रुपये और बिजली सब्सिडी पर 5000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त नुकसान के साथ, राज्य को केंद्र की दया पर निर्भर होना पड़ता है.'
सिद्धू ने मांग की कि राज्य को जून 2022 के बाद भी अगले 5 वर्षों के लिए जीएसटी मुआवजा अनुदान जारी रखना चाहिए. जो केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी के दोषपूर्ण कार्यान्वयन के कारण लोगों के अधिकार का मामला है.
उन्होंने कहा कि पंजाब को कर संग्रह और केंद्र सरकार की योजनाओं के अनुदान से होने वाली आय 75,000 करोड़ रुपये है. हालांकि, वेतन और पेंशन, पिछले ऋणों पर ब्याज व्यय और मूल ऋण राशि का पुनर्भुगतान स्वयं ही 100,000 करोड़ रुपये आता है जो कि राज्य का एक निश्चित खर्च है. सिद्धू ने कहा, 'इससे राज्य लगातार कर्ज में डूबा हुआ है.'