इंदौर। ऐतिहासिक फिल्म साबित हुई द केरला स्टोरी की सफलता से उत्साहित फिल्म के निर्देशक सुदीप्तो सेन अब ऐसी फिल्म लाने की तैयारी में हैं, जो फिल्म इंडस्ट्री पर वामपंथी विचारधारा को खत्म कर सके. उन्होंने शनिवार को इंदौर में 'सिने जगत की समाज परिवर्तन में भूमिका' विषय पर चर्चा करते हुए कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय व्यक्त की. इतना ही नहीं इस दौरान सुदीप्तो सेन ने उनकी फिल्म केरला स्टोरी को प्रतिबंधित करने पर ममता बनर्जी को पागल करार देते हुए बिहार और महाराष्ट्र के राजनीतिज्ञों द्वारा उनकी हत्या के लिए 1 रुपए तक देने की घोषणा पर भी टिप्पणी की.
भारतीय फिल्मों की समाज बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका: दरअसल शनिवार को इंदौर के डेली कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चिंतन यज्ञ में मुख्य वक्ता के बतौर शामिल हुए सुदीप्तो सेन ने अपने संबोधन में कहा कि "भारतीय फिल्मों की समाज को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका है, यदि ऐसा नहीं होता तो 'द केरला स्टोरी' फिल्म के बाद बिहार की पॉलीटिशियन मेरी आंख निकालने के 21 लाख देने की घोषणा नहीं करती या फिर महाराष्ट्र के राजनेता मेरी जान के बदले में 1 रुपए देने की घोषणा नहीं करते. क्योंकि यदि ऐसा नहीं होता, तो कैसे मेरी आंख 21 लाख की हो सकती थी. भारतीय फिल्मों पर शुरू से ही वामपंथी विचारधारा का कब्जा रहा है, जिसने योजनाबद्ध तरीके से भारतीय सिनेमा को खत्म किया."
सुदीप्तो सेन ने राज कपूर पर साधा निशाना: सुदीप्तो सेन ने फिल्म अभिनेता निर्माता-निर्देशक स्वर्गीय राज कपूर पर निशाना साधते हुए कहा कि "राज कपूर ने फिल्म में ऐसा ट्रेंड स्थापित किया कि दर्शक सपना देखें और जो भी पसंद करें, वह फिल्म मैं बनाकर दर्शकों को बेचूंगा. क्योंकि उन्होंने तय कर रखा था कि गरीबों के मनोरंजन का निर्णय मैं खुद लूंगा, जो मैं भेजूंगा वही आप खरीदोगे. इसी मानसिकता के चलते वामपंथियों ने बॉलीवुड को योजनाबद्ध तरीके से खत्म करने का काम किया है."
द केरला स्टोरी जैसी 10 फिल्म और बनेंगी: सुदीप्तो सेन ने जानकारी देते हुए कहा, "केरला स्टोरी की सफलता के बाद मेरे पीछे 10-10 प्रोड्यूसर फिल्म बनाने के लिए पीछे पड़े हैं, इसलिए 300 करोड़ की कमाई के बाद अब मुझ में इतना पावर तो आ गया है कि मैं भारतीय दर्शकों के लिए नए सपने भेज सकूं, जो भारत के लिए नया सूरज लेकर आ सकें."
उन्होंने फिल्म निर्देशक रामगोपाल वर्मा से अपनी चर्चा का जिक्र करते हुए कहा "केरला स्टोरी की सफलता का अंदाजा इस बात से लगता है कि खुद रामगोपाल वर्मा ने राजामौली से कहा कि तुम 'आरआरआर' बना सकते हो, लेकिन केरला स्टोरी नहीं बना सकते, इसलिए मेरी अगली फिल्म 'बस्तर' के बाद ऐसी 10 फिल्म साइन करूंगा जो देश के ज्वलंत मुद्दों से भी दर्शकों का मनोरंजन कर सकें.
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सुदीप्तो सेन ने ममता बनर्जी को बताया पागल: सुदीप्तो सेन ने कहा "द केरला स्टोरी, केरल समेत उन राज्यों में ज्यादा सफल रही जहां गैर भाजपाई सरकारें हैं, जबकि फिल्म रिलीज होते ही कांग्रेस और सीपीएम यह दिखाने में जुट गए कि उनका मुसलमानों के प्रति कितना प्रेम हैं. जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री तो इतनी पागल निकली कि उन्होंने फिल्म को बैन ही कर दिया था."
उन्होंने केरला फिल्म को प्रोपेगेंडा बताए जाने के सवाल पर कहा "यदि केरला स्टोरी प्रोपेगेंडा फिल्म होती और आरएसएस और बीजेपी की शाखाओं में इसे देखने के निर्देश दिए जाते, तो आदि पुरुष और प्रधानमंत्री की बायोपिक भी केरला स्टोरी की तरह ही सफल फिल्म रही होती."
धर्मांतरण रोकने संविधान में संशोधन जरूरी: इंदौर में सुदीप्तो सेन ने प्रेस से चर्चा के दौरान कहा "मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में धर्मांतरण के विरूद्ध खिलाफ विधेयक लाए गए हैं, लेकिन मूल मसला जबरिया धर्मांतरण का नहीं बल्कि युवतियों को ब्रेनवॉश कर अपने कब्जे में लेने का है. जिसके जरिए दिमागी तौर पर उन्हें बेकाबू कर लिया जाता है, इसलिए इस्लामिक धर्मांतरण को रोकने के संविधान में संशोधन जरूरी है.
उन्होंने पश्चिम बंगाल में कट्टरवाद और बढ़ते इस्लामिक खतरे पर फिल्म नहीं बनाने के सवाल पर कहा कि "बंगाल और केरल में इस्लामिक रेडिकल की स्थिति ऐसी है कि बंगाल कभी भी देश से टूट जाए तो यह ताजूब वाली बात नहीं होगी, क्योंकि वहां के हालात गंभीर हैं. उस पर फिल्म बनाने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन फिलहाल यह इतना आसान नहीं है."