ETV Bharat / bharat

वडोदरा के दो युवकों ने विकसित किया 'ध्वनी प्रोजेक्ट', ट्रैफिक जाम में नहीं फंसेगी एम्बुलेंस

author img

By

Published : Jul 12, 2022, 8:53 AM IST

Updated : Jul 12, 2022, 11:01 AM IST

गुजरात में वडोदरा के दो युवकों ने एम्बुलेंस के ट्रैफिक जाम में फंसने से बचने का तरीका विकसित किया है. इसके लिए वडोदरा के दो युवकों ने 'ध्वनि प्रोजेक्ट' नाम से एक विशेष मॉडल तैयार किये हैं.

Sound Project (file photo)
ध्वनी प्रोजेक्ट (फाइल फोटो)

वडोदरा: देश और राज्य के कई हिस्सों में एम्बुलेंस को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है. खासकर जब आपात स्थिति में एम्बुलेंस समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाती है तो मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं. इस तरह की स्थिति से बचने के लिए वडोदरा शहर के दो युवकों ने एक विशेष 'ध्वनि प्रोजेक्ट' तैयार किये है. शहर के दो युवक कश्यप भट्ट और निशित मैकवान ने इसे बनाये हैं.

ध्वनी प्रोजेक्ट

इस ध्वनि प्रोजेक्ट की खासियत यह है कि एंबुलेंस जाम में नहीं फंसेगी. एंबुलेंस के फंसने की समस्या बहुत बड़ी है. आखिर सभी को तेजी से पहुंचना है. इस दौरान ट्रैफिक होता है. इमरजेंसी में एंबुलेंस के ट्रैफिक में फंसने और समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने से मरीज की मौत हो जाती है. इसे रोकने के लिए यह प्रोजेक्ट तैयार गया है. ये युवा इस प्रोजेक्ट का पेटेंट भी नहीं कराने जा रहे हैं.

ताकि हर देश के लोग इस प्रोजेक्ट का इस्तेमाल कर सकें. प्रोजेक्ट को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए प्रयास जारी है. ध्वनि प्रोजेक्ट खास तरीके से काम करेगा. जीपीएस के जरिए एंबुलेंस और ट्रैफिक सिग्नल को एक-दूसरे से जोड़ा जाएगा. जिस रास्ते से एम्बुलेंस जा रही होगी उस रास्ते पर मौजूद रेड लाइट के खंभे पर एक विशेष लाइट जलेगी और सायरण भी बजेगा.

इससे लोग समझ जाएंगे कि एम्बुलेंस आ रही है. जिससे सभी लोग एक तरफ हो जाएंगे और सड़क पूरी तरह खाली हो जाएगी. इस तरह एंबुलेंस आसानी से गुजर जाएगी. एक आंकड़े के अनुसार 30 फीसदी मौतें अकेले ट्रैफिक में फंसने से होती हैं. यह एम्स की रिपोर्ट है. इन युवाओं को ध्वनि परियोजना करने के पीछे मुख्य विचार तब आया जब उन्होंने एक एम्बुलेंस को ट्रैफिक जाम में फंसा हुआ देखा और इस ट्रैफिक में फंसने से मरीज की मौत हो गई.

ये भी पढ़ें- गुजरात, असम, कर्नाटक, तेलंगाना, मध्यप्रदेश समेत लगभग आधा देश बाढ़ की चपेट में

यह देखकर इन दोनों युवकों के मन में यह विचार आया कि हमें कोई उपाय निकालना चाहिए. अपनी शिक्षा का अच्छे तरीके से इस्तेमाल करके हम लोगों को इस तरह मरने से बचा सकते हैं. इस परियोजना के पीछे मुख्य उद्देश्य कठिन परिस्थितियों में लोगों को बचाना और जल्द से जल्द समय पर उपचार प्राप्त करना और लोगों को इसके बारे में जागरूक करना है.

वडोदरा: देश और राज्य के कई हिस्सों में एम्बुलेंस को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है. खासकर जब आपात स्थिति में एम्बुलेंस समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाती है तो मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं. इस तरह की स्थिति से बचने के लिए वडोदरा शहर के दो युवकों ने एक विशेष 'ध्वनि प्रोजेक्ट' तैयार किये है. शहर के दो युवक कश्यप भट्ट और निशित मैकवान ने इसे बनाये हैं.

ध्वनी प्रोजेक्ट

इस ध्वनि प्रोजेक्ट की खासियत यह है कि एंबुलेंस जाम में नहीं फंसेगी. एंबुलेंस के फंसने की समस्या बहुत बड़ी है. आखिर सभी को तेजी से पहुंचना है. इस दौरान ट्रैफिक होता है. इमरजेंसी में एंबुलेंस के ट्रैफिक में फंसने और समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने से मरीज की मौत हो जाती है. इसे रोकने के लिए यह प्रोजेक्ट तैयार गया है. ये युवा इस प्रोजेक्ट का पेटेंट भी नहीं कराने जा रहे हैं.

ताकि हर देश के लोग इस प्रोजेक्ट का इस्तेमाल कर सकें. प्रोजेक्ट को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए प्रयास जारी है. ध्वनि प्रोजेक्ट खास तरीके से काम करेगा. जीपीएस के जरिए एंबुलेंस और ट्रैफिक सिग्नल को एक-दूसरे से जोड़ा जाएगा. जिस रास्ते से एम्बुलेंस जा रही होगी उस रास्ते पर मौजूद रेड लाइट के खंभे पर एक विशेष लाइट जलेगी और सायरण भी बजेगा.

इससे लोग समझ जाएंगे कि एम्बुलेंस आ रही है. जिससे सभी लोग एक तरफ हो जाएंगे और सड़क पूरी तरह खाली हो जाएगी. इस तरह एंबुलेंस आसानी से गुजर जाएगी. एक आंकड़े के अनुसार 30 फीसदी मौतें अकेले ट्रैफिक में फंसने से होती हैं. यह एम्स की रिपोर्ट है. इन युवाओं को ध्वनि परियोजना करने के पीछे मुख्य विचार तब आया जब उन्होंने एक एम्बुलेंस को ट्रैफिक जाम में फंसा हुआ देखा और इस ट्रैफिक में फंसने से मरीज की मौत हो गई.

ये भी पढ़ें- गुजरात, असम, कर्नाटक, तेलंगाना, मध्यप्रदेश समेत लगभग आधा देश बाढ़ की चपेट में

यह देखकर इन दोनों युवकों के मन में यह विचार आया कि हमें कोई उपाय निकालना चाहिए. अपनी शिक्षा का अच्छे तरीके से इस्तेमाल करके हम लोगों को इस तरह मरने से बचा सकते हैं. इस परियोजना के पीछे मुख्य उद्देश्य कठिन परिस्थितियों में लोगों को बचाना और जल्द से जल्द समय पर उपचार प्राप्त करना और लोगों को इसके बारे में जागरूक करना है.

Last Updated : Jul 12, 2022, 11:01 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.