रांची: क्रिकेट का महाकुंभ पांच अक्टूबर से शुरू होने वाला है. खास बात है कि भारत में ही इसका आयोजन भी हो रहा है. लिहाजा रोहित के रणबांकुरे बेहद उत्साहित हैं क्योंकि दर्शकों का समर्थन टीम इंडिया की जीत के जज्बे को मजबूती देगा. जानकारों के मुताबिक इस बार टीम बेहद संतुलित हैं. इस बार की टीम ठीक उसी तरह दिख रही है, जैसी 2011 के वर्ल्ड कप के दौरान दिखी थी. अब सवाल है कि क्या खास है इस बार की टीम इंडिया में. इसको उस शख्स से बेहतर और कौन बता सकता है जिसने महेंद्र सिंह धोनी की प्रतिभा को स्कूली क्रिकेट के दौरान पहचान लिया था. जिन्होंने धोनी को संघर्ष के हर पड़ाव पर साथ और हिम्मत दी थी. उनका नाम है चंचल भट्टाचार्य. उनसे बात की ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ राजेश कुमार सिंह ने.
क्रिकेट के दीवाने चंचल भट्टाचार्य ने भरोसे के साथ कहा है कि रोहित के नेतृत्व वाली टीम में वर्ल्ड कप जीतने की पूरी क्षमता है. उन्होंने बताया कि रोहित शर्मा भी बेहद सुलझे हुए कप्तान हैं. हालांकि धोनी में एक हुनर था कि वह पहले ही सोच लेते थे कि विपक्षी टीम क्या करने वाली है. उन्होंने कहा कि विराट कोहली से बहुत उम्मीदें हैं. उन्होंने शुभमन गिल की जमकर तारीफ की और कहा कि यह लड़का जरूर कुछ करके दिखाएगा. चंचल भट्टाचार्य ने बताया कि महेंद्र सिंह धोनी में कौन-कौन सी खूबियां थीं, जो महान क्रिकेटर बनाने में मददगार साबित हुई.
भारत के सभी क्रिकेट प्रेमी जानते हैं कि कपिल देव के नेतृत्व में उस दौर के डिफेंडिंग चैंपियन वेस्ट इंडिज को 1983 में हराकर टीम इंडिया ने पहली बार वर्ल्ड कप जीता था. उस जीत को दोहराने के लिए 28 साल लग गये. उस सपने को पूरा कराया महेंद्र सिंह धोनी ने. साल 1995 से 2004 तक महेंद्र सिंह धोनी को हर पड़ाव पर टिप्स देने वालों में से एक चंचल भट्टाचार्य ने बताया कि बेशक धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, लेकिन उन्होंने टीम इंडिया में जीत की जो भूख भरी थी, वह नजर आती है.