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धनबाद में वज्रपात से युवक की मौत, आठ झुलसे

धनबाद में फुटबॉल मैच के दौरान वज्रपात की घटना हो गई. इस दौरान पेड़ के नीचे खड़े फुटबॉल मैच देखने आए लोग वज्रपात में झुलस गए. इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 8 लोग झुलस गए. वहीं इस साल झारखंड में वज्रपात से मरने वालों की संख्या 67 से अधिक हो चुकी है.

Rain and thunderstorm during football match in Dhanbad game lover dies due to burns
वज्रपात में झुलसा युवक
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Published : Aug 28, 2022, 8:29 PM IST

धनबादः कोयलांचल के पंचेत इलाके में रविवार को फुटबॉल मैच के दौरान वज्रपात की घटना हो गई. इस दौरान पेड़ के नीचे खड़े फुटबॉल मैच देखने आए लोग वज्रपात में झुलस गए. हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 8 लोग झुलस गए.

ये भी पढ़ें-कॉमन अलर्ट प्रोटोकॉल की अनदेखी कर खतरे में डाली जा रही जिंदगी, इस मानसून सीजन में लोगों को नहीं दिया कोई अलर्ट

धनबाद के पंचेत ओपी अंतर्गत कल्याणचक बस्ती में दो दिवसीय फुटबॉल टूर्नामेंट का रविवार को फाइनल मुकाबला खेला जा रहा था. इसी दौरान शाम 4.30 बजे मौसम खराब हो गया और गर्जन के साथ बारिश होने लगी. इस पर दर्शक एक पेड़ के नीचे छिप गए. तभी वज्रपात हो गया. इस दौरान 20 वर्षीय युवक समते 9 लोग झुलस गए. बाद में झुलसे 20 वर्षीय युवक ने दम तोड़ दिया.

युवक की पहचान जामदही बस्ती निवासी 20 वर्षीय आकाश राउत के रूप में की गई है. जबकि झुलसे प्रशंसकों में जामदही के 13 वर्षीय सागर राय, जयकिशन समेत 8 लोग शामिल हैं. इसके अलावा हादसे में कल्याणचक का गणेश मांझी और जय, गाड़ीखाना का दयाल बाउरी आदि भी झुलस गए. इधर दुर्घटना के बाद अफरातफरी मच गई. कई झुलसे प्रशंसकों को झामुमो नेता बोदी हांसदा के वाहन से अस्पताल पहुंचाया तो कुछ अपने स्वजनों को स्वयं उठाकर अस्पताल की ओर भागे.

पांच साल से बढ़ रही झारखंड में वज्रपात से मरने वालों की संख्याः झारखंड में वज्रपात से हर साल बड़ी संख्या में लोग काल के गाल में असमय समा जाते हैं. आपदा प्रबंधन विभाग से मिले आकंड़े के अनुसार वर्ष 2012 में 148, वर्ष 2013 में 159, 2014 में 144, 2015 में 210, वर्ष 2016 में 265, वर्ष 2017 में 256, वर्ष 2018 में 261, वर्ष 2019 में 283, वर्ष 2020 में 322, वर्ष 2021 में 343 और वर्ष 2022 में 27 जुलाई से पहले तक 57 लोगों की जान अलग-अलग जिलों में वज्रपात की वजह से जा चुकी है.

तीन अगस्त को पिछले 24 घंटे में मरने वाले 9 लोगों की संख्या इसमें जोड़ दें तो वर्ष 2022 में अब तक झारखंड में वज्रपात से मरने वालों की संख्या 66 से अधिक हो चुकी है, जबकि अभी मानसून सीजन बचा है. अब इसमें धनबाद के युवक की मौत को आंकड़ा जोड़ दें तो इस साल अब तक वज्रपात में मरने वालों की संख्या का आंकड़ा 67 हो जाएगा. इसके अलावा भी लोग हादसे का शिकार हुए हो सकते हैं.

धनबादः कोयलांचल के पंचेत इलाके में रविवार को फुटबॉल मैच के दौरान वज्रपात की घटना हो गई. इस दौरान पेड़ के नीचे खड़े फुटबॉल मैच देखने आए लोग वज्रपात में झुलस गए. हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 8 लोग झुलस गए.

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धनबाद के पंचेत ओपी अंतर्गत कल्याणचक बस्ती में दो दिवसीय फुटबॉल टूर्नामेंट का रविवार को फाइनल मुकाबला खेला जा रहा था. इसी दौरान शाम 4.30 बजे मौसम खराब हो गया और गर्जन के साथ बारिश होने लगी. इस पर दर्शक एक पेड़ के नीचे छिप गए. तभी वज्रपात हो गया. इस दौरान 20 वर्षीय युवक समते 9 लोग झुलस गए. बाद में झुलसे 20 वर्षीय युवक ने दम तोड़ दिया.

युवक की पहचान जामदही बस्ती निवासी 20 वर्षीय आकाश राउत के रूप में की गई है. जबकि झुलसे प्रशंसकों में जामदही के 13 वर्षीय सागर राय, जयकिशन समेत 8 लोग शामिल हैं. इसके अलावा हादसे में कल्याणचक का गणेश मांझी और जय, गाड़ीखाना का दयाल बाउरी आदि भी झुलस गए. इधर दुर्घटना के बाद अफरातफरी मच गई. कई झुलसे प्रशंसकों को झामुमो नेता बोदी हांसदा के वाहन से अस्पताल पहुंचाया तो कुछ अपने स्वजनों को स्वयं उठाकर अस्पताल की ओर भागे.

पांच साल से बढ़ रही झारखंड में वज्रपात से मरने वालों की संख्याः झारखंड में वज्रपात से हर साल बड़ी संख्या में लोग काल के गाल में असमय समा जाते हैं. आपदा प्रबंधन विभाग से मिले आकंड़े के अनुसार वर्ष 2012 में 148, वर्ष 2013 में 159, 2014 में 144, 2015 में 210, वर्ष 2016 में 265, वर्ष 2017 में 256, वर्ष 2018 में 261, वर्ष 2019 में 283, वर्ष 2020 में 322, वर्ष 2021 में 343 और वर्ष 2022 में 27 जुलाई से पहले तक 57 लोगों की जान अलग-अलग जिलों में वज्रपात की वजह से जा चुकी है.

तीन अगस्त को पिछले 24 घंटे में मरने वाले 9 लोगों की संख्या इसमें जोड़ दें तो वर्ष 2022 में अब तक झारखंड में वज्रपात से मरने वालों की संख्या 66 से अधिक हो चुकी है, जबकि अभी मानसून सीजन बचा है. अब इसमें धनबाद के युवक की मौत को आंकड़ा जोड़ दें तो इस साल अब तक वज्रपात में मरने वालों की संख्या का आंकड़ा 67 हो जाएगा. इसके अलावा भी लोग हादसे का शिकार हुए हो सकते हैं.

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