ETV Bharat / bharat

भारत में एक अरब वैक्सीन के उत्पादन में मदद करेगा अमेरिका

author img

By

Published : Mar 13, 2021, 12:32 PM IST

चार देशों के क्वाड समूह के पहले शिखर सम्मेलन में गठबंधन के नेताओं ने निर्णय किया कि हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के लिये कोरोना वायरस रोधी टीके के उत्पादन में अमेरिका और जापान करेंगे भारत को वित्तीय सहयोग. यह घोषण सम्मेलन के बाद व्हाइट हाउस से जारी एक पत्र में की गई है.

pic
pic

नई दिल्ली : चार देशों के क्वाड समूह के पहले शिखर सम्मेलन में गठबंधन के नेताओं ने निर्णय किया कि बृहद टीका पहल के तहत हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के लिये भारत कोरोना वायरस रोधी टीके का उत्पादन अमेरिका और जापान के वित्तीय सहयोग से करेगा और आस्ट्रेलिया इसमें प्रचालन संबंधी सहयोग प्रदान करेगा. भारतीय कोरोना वैक्सीन की सप्लाई क्वाड सम्मेलन के एजेंडे में सबसे प्रमुख है.

अंतर्राष्ट्रीय विकास वित्त निगम (डीएफसी) ने घोषणा की है कि यह भारतीय निर्माता बायोलॉजिकल ई लिमिटेड के साथ मिलकर काम करेगा, जो 2022 के अंत तक स्ट्रिंग रेगुलेटरी ऑथराइजेशन के साथ कोविड-19 वैक्सीन के कम से कम 1 बिलियन डोज का उत्पादन करने के लिए प्रयास करने की क्षमता में वृद्धि करेगा.

पढ़ें : साहित्य अकादमी ने की युवा पुरस्कारों और बाल साहित्य पुरस्कारों की घोषणा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज हमारे एजेंडे में टीका, जलवायु परिवर्तन और उभरती हुई प्रौद्योगिकी जैसे सेक्टर शामिल हैं, जो 'क्वाड' को वैश्विक भलाई की ताकत बनाते हैं.'

शिखर बैठक के बारे में विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने बताया कि यह निर्णय किया गया कि भारत की निर्माण क्षमता का अमेरिकी टीके के निर्माण के लिये उपयोग किया जाए.

उन्होंने कहा, 'क्वाड टीका पहल' सबसे अधिक जरूरी और मूल्यवान है.

श्रृंगला ने कहा, 'हम साल 2022 के अंत तक एक अरब खुराक उत्पादन करने के बारे में चर्चा कर रहे हैं.'

क्वाड टीका पहल का उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कोविड-19 टीकों के विनिर्माण, वितरण में तेजी लाना है.

पढ़ें : नेपाली नेता ने भारत और नेपाल के संबंध को बताया अटूट

बाइडेन-हैरिस प्रशासन ने क्वाड समिट के दौरान इस घोषणा पर बात कही, जिस पर, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के नेताओं ने कोविड-19 महामारी के अंत को और तेज करने के लिए एक ऐतिहासिक साझेदारी की घोषणा की.

नई दिल्ली : चार देशों के क्वाड समूह के पहले शिखर सम्मेलन में गठबंधन के नेताओं ने निर्णय किया कि बृहद टीका पहल के तहत हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के लिये भारत कोरोना वायरस रोधी टीके का उत्पादन अमेरिका और जापान के वित्तीय सहयोग से करेगा और आस्ट्रेलिया इसमें प्रचालन संबंधी सहयोग प्रदान करेगा. भारतीय कोरोना वैक्सीन की सप्लाई क्वाड सम्मेलन के एजेंडे में सबसे प्रमुख है.

अंतर्राष्ट्रीय विकास वित्त निगम (डीएफसी) ने घोषणा की है कि यह भारतीय निर्माता बायोलॉजिकल ई लिमिटेड के साथ मिलकर काम करेगा, जो 2022 के अंत तक स्ट्रिंग रेगुलेटरी ऑथराइजेशन के साथ कोविड-19 वैक्सीन के कम से कम 1 बिलियन डोज का उत्पादन करने के लिए प्रयास करने की क्षमता में वृद्धि करेगा.

पढ़ें : साहित्य अकादमी ने की युवा पुरस्कारों और बाल साहित्य पुरस्कारों की घोषणा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज हमारे एजेंडे में टीका, जलवायु परिवर्तन और उभरती हुई प्रौद्योगिकी जैसे सेक्टर शामिल हैं, जो 'क्वाड' को वैश्विक भलाई की ताकत बनाते हैं.'

शिखर बैठक के बारे में विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने बताया कि यह निर्णय किया गया कि भारत की निर्माण क्षमता का अमेरिकी टीके के निर्माण के लिये उपयोग किया जाए.

उन्होंने कहा, 'क्वाड टीका पहल' सबसे अधिक जरूरी और मूल्यवान है.

श्रृंगला ने कहा, 'हम साल 2022 के अंत तक एक अरब खुराक उत्पादन करने के बारे में चर्चा कर रहे हैं.'

क्वाड टीका पहल का उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कोविड-19 टीकों के विनिर्माण, वितरण में तेजी लाना है.

पढ़ें : नेपाली नेता ने भारत और नेपाल के संबंध को बताया अटूट

बाइडेन-हैरिस प्रशासन ने क्वाड समिट के दौरान इस घोषणा पर बात कही, जिस पर, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के नेताओं ने कोविड-19 महामारी के अंत को और तेज करने के लिए एक ऐतिहासिक साझेदारी की घोषणा की.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.