देवशयनी एकादशी हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण त्योहार मनाया जाता है. इस दिन के बारे में माना जाता है कि भगवान विष्णु 4 महीने की योगनिद्रा में चले जाते हैं. इस तिथि को भगवान विष्णु के व्रत और पूजन की परंपरा का पालन किया जाता है. देवशयनी एकादशी के दिन सारे धार्मिक कार्यों को बड़ी शुद्धता के साथ आध्यात्मिक उन्नति के लिए किया जाता है, क्योंकि इसके बाद चतुर्मास लगने के कारण धार्मिक कार्य वर्जित हो जाते हैं.
देवशयनी एकादशी को विष्णु-शयनी एकादशी, आषाढ़ी एकादशी और हरिशयनी एकादशी जैसे नामों से भी लोग जानते हैं. इसे काफी महत्वपूर्ण माना जाता है.
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हमारे देश में धार्मिक मान्यता है कि इस देवशयनी एकादशी के दिन से भगवान विष्णु सृष्टि का संचालन का कार्य भगवान शिव को सौंपकर अपनी योगनिद्रा में चले जाते हैं और 4 माह तक वह योग निद्रा में ही रहते हैं. इसलिए इस दौरान हमारे हिंदू धर्म के मानने वाले लोग कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करते हैं. यह चतुर्मास का महीना कहा जाता है.
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आपको बता दें कि अबकी बार देवशयनी एकादशी 29 जून 2023 को मनाई जाएगी. इसके बाद चतुर्मास का महीना शुरू हो जाएगा. यह माह 23 नवंबर तक चलेगा. इसके बाद 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी मनाई जाएगी. तब जाकर चतुर्मास खत्म होगा. अबकी बार चतुर्मास 5 महीने का होगा. साल 2023 में चतुर्मास 30 जून को शुरू होगा और 23 नवंबर को खत्म होगा. अबकी बार सावन महीने में पुरुषोत्तम मास होने की वजह से सावन 2 महीने तक चलेगा. इसलिए 5 महीने तक चलने वाले चतुर्मास में सभी तरह के मांगलिक कार्य पूरी तरह से वर्जित रहेंगे.