नई दिल्ली : डिवेलपमेंट बैंक ऑफ ऑस्ट्रिया ने स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन के साथ भागीदारी की है. आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, बैंक अब पश्चिम बंगाल के महेशतला में सीवेज ट्रीटमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर के बुनियादी विकास के लिए एक प्रोजेक्ट को फंड उपलब्ध कराएगा. इस प्रोजेक्ट का मकसद गंगा नदी के पूर्वी तट पर स्थित महेशतला शहर से नदी में सीवेज की गंदगी को नदी में जाने से रोकना है.
स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन की देखरेख करने वाले जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार, इस परियोजना में 35 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, 4 पंपिंग स्टेशन, 6 डायवर्सन स्ट्रक्चर, मरम्मत और पुनर्वास कार्य और 15 साल के संचालन और रखरखाव शामिल हैं. इस पर 273.52 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. यह राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण, मेसर्स महेशतला वेस्ट वॉटर मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के बीच एक एस्क्रो समझौता है. डिवेलपमेंट बैंक ऑफ ऑस्ट्रिया महेशतला वेस्ट वॉटर मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड का फाइनेंस कर रहा है. यह बैंक 15 वर्षों के लिए सीवरेज नेटवर्क और एसटीपी दोनों के विकास और संचालन के लिए धन मुहैया कराएगा. संचालन अवधि के दौरान भुगतान इसी शर्त पर किया जाएगा, जब एसटीपी के लिए ट्रीट किए गए वेस्ट वॉटर की गुणवत्ता सही होगी.
दूसरा समझौता एनएमसीजी, केएमडीए, एमडब्ल्यूडब्ल्यूएमपीएल और ऑस्ट्रिया के विकास बैंक के बीच किया गया है. प्रोजेक्ट को हाइब्रिड एन्युटी मोड के तहत पूरा किया जाएगा, जिसमें पहले दो साल में निर्माण लागत का 40 प्रतिशत का भुगतान किया जाएगा. बाकी की 60 प्रतिशत रकम का भुगतान तीन साल में एक बार किया जाएगा. इसके तहत अगले 15 वर्षों तक ब्याज, संचालन और रखरखाव लागत के साथ किया जाएगा. समझौते के दौरान राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक जी अशोक कुमार, ऑस्ट्रियाई राजदूत कैथरीना वीसर, ऑस्ट्रियाई व्यापार आयुक्त हंस-जोर्ग होर्टनागल और पश्चिम बंगाल के अधिकारी भी मौजूद रहे.
पढ़ें : एनएमसीजी की कार्यकारी समिति ने 660 करोड़ रुपये की 11 परियोजनाओं को मंजूरी दी