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पंजाब में धार्मिक संस्थाओं के लिए अलर्ट जारी, राम भरोसे सुरक्षा-व्यवस्था

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Published : Aug 31, 2021, 6:38 PM IST

Updated : Aug 31, 2021, 9:34 PM IST

पंजाब में लगातार तकरीबन डेढ़ साल से सीमावर्ती इलाको में भारी मात्रा में ड्रोन मिले. ड्रोन के साथ ही कई जगहों पर जिंदा कारतूस व मैगजीन और एके-47 बरामद की गई. इसके बावजूद सुरक्षा के इंतजाम नाकाफी हैं. बॉर्डर एरिया में कई धार्मिक डेरे हैं जिनकी सुरक्षा के इंतजाम नहीं किये जा रहे. पेश है यह विशेष रिपोर्ट.

Deras
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चंडीगढ़ : पंजाब में अलग-अलग स्थानों से ग्रेनेड और हथियारों की बरामदगी के बाद धार्मिक डेरों और विभिन्न संस्थाओं के डेरों की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला पंजाब पुलिस ने लिया है. इस संबंध में डीजीपी ऑफिस से हाई अलर्ट जारी किया है. सभी आईजी, डीआईजी रेंज समेत जिलों के एसएसपी को कड़े सुरक्षा प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं.

दरअसल पाकिस्तान के बॉर्डर एरिया के डेरों पर इंटेलिजेंस की नजर है क्योंकि आतंकवादियों की नजर डेरों और धार्मिक संस्थानों पर है. जानकारी के अनुसार राज्य के 8 बड़े डेरो के प्रबंधकों से भी मीटिंग कर अपने स्तर पर भी कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. पुलिस को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और विदेशों में छिपे बैठे आतंकियों द्वारा डेरों को निशाना बनाने का इनपुट मिला है.

पंजाब में धार्मिक संस्थाओं के लिए अलर्ट जारी

जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के साथ लगते जिलों में धार्मिक और गैर धार्मिक संस्थाओं के डेरो पर इंटेलिजेंस में भी सुरक्षा के मद्देनजर कड़ी नजर रखनी शुरू कर दी है. इसी के चलते अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, पठानकोट, बटाला और मजीठा पुलिस को कड़े सुरक्षा प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा बठिंडा, मानसा, बरनाला, पटियाला, फरीदकोट, मोगा और जगराओं के पुलिस अधिकारियों को भी उनके क्षेत्रों में पड़ने वाले डेरों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट किया गया है.

लंबे समय से पंजाब और हरियाणा में डेरे जमकर फल-फूल रहे हैं जिसका कारण है यहां का आर्थिक और सामाजिक भेदभाव. पंजाब में 17 मुख्य डेरे हैं और 53 अन्य जिनमें राधास्वामी, सच्चा सौदा, निरंकारी, नामधारी दिव्य ज्योति जागृति संस्थान, डेरा संत भनियारा वाला, डेरा सचखंड और डेरा बेगोवाल आदि शामिल हैं.

इन डेरों की शाखाएं सभी जिलों में हैं. दरअसल, राजनीतिक दलों के लिए यह डेरे वोट बैंक हैं. वही आतंकियों के लिए यहां पर लोगों की संख्या सॉफ्ट टारगेट है. जिस वजह से आतंकियों की नजर डेरों और धार्मिक संस्थानों पर रहती है.

हालांकि पंजाब पुलिस द्वारा किए गए सिक्योरिटी रिव्यू में यह सामने आया है कि पंजाब के बीजेपी नेता और आरएसएस से जुड़े हुए लोगों को आशंका है कि विदेश में बैठे रेडिकल ग्रुप जो कि भारत में वांटेड हैं, हमला कर सकते हैं.

साल 2018 में पंजाब से अमृतसर के राजासांसी इलाके के एक धार्मिक डेरे पर ग्रेनेड से अटैक किया गया था. इस विस्फोट में 3 लोगों की मौत की गई थी. हालांकि जानकारी के मुताबिक राजस्थान सी गांव में निरंकारी भवन में नकाबपोश मोटरसाइकिल सवारों ने ग्रेनेड अटैक किया था. यह निरंकारी भवन अमृतसर से 7 किलोमीटर दूर था.

पंजाब में धार्मिक संस्थाओं के लिए अलर्ट जारी

वही इंटरनेशनल बॉर्डर से इसकी दूरी सिर्फ 20 किलोमीटर थी. हालांकि विधानसभा चुनावों से पहले साल 2017 में भी मोड मंडी में ब्लास्ट हुआ था यह ब्लास्ट डेरे में नहीं हुआ था. यह एक चुनावी रैली के दौरान हुआ था लेकिन इसमें जिनके नाम सामने आए थे वह गुरमीत राम रहीम के अनुयायियों के नाम थे जोकि डेरा सच्चा सौदा से जुड़े हुए हैं. जिनकी पंजाब में भी काफी शाखाएं हैं.

गुरदासपुर के सीमावर्ती जिले में अलर्ट किया गया है. गुरदासपुर जम्मू-अमृतसर रोड पर सुरक्षा व्यवस्था नहीं है और गुरदासपुर में निरंकारी भवन के बाहर सुरक्षा के कोई इंतजाम नजर नहीं आ रहे हैं. अमृतसर आने वाले दिनों में हथियारों का जखीरा बरामद किया गया जो ड्रोन के जरिए सरहदों पर आ रहे हैं.

यह भी पढ़ें-इधर अफगान घटनाक्रम में व्यस्त भारत, उधर 'हिंद महासागर' तक चीन ने खोला नया रास्ता

पंजाब पुलिस की ओर से सुरक्षा इंतजाम का दावा किया गया है लेकिन राधा स्वामी सत्संग भवन के बाहर कोई सुरक्षा अधिकारी मौजूद नहीं है. जबकि पूरे पंजाब में सुरक्षा एजेंसियों और पंजाब पुलिस द्वारा हाई अलर्ट जारी किया गया है.

चंडीगढ़ : पंजाब में अलग-अलग स्थानों से ग्रेनेड और हथियारों की बरामदगी के बाद धार्मिक डेरों और विभिन्न संस्थाओं के डेरों की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला पंजाब पुलिस ने लिया है. इस संबंध में डीजीपी ऑफिस से हाई अलर्ट जारी किया है. सभी आईजी, डीआईजी रेंज समेत जिलों के एसएसपी को कड़े सुरक्षा प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं.

दरअसल पाकिस्तान के बॉर्डर एरिया के डेरों पर इंटेलिजेंस की नजर है क्योंकि आतंकवादियों की नजर डेरों और धार्मिक संस्थानों पर है. जानकारी के अनुसार राज्य के 8 बड़े डेरो के प्रबंधकों से भी मीटिंग कर अपने स्तर पर भी कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. पुलिस को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और विदेशों में छिपे बैठे आतंकियों द्वारा डेरों को निशाना बनाने का इनपुट मिला है.

पंजाब में धार्मिक संस्थाओं के लिए अलर्ट जारी

जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के साथ लगते जिलों में धार्मिक और गैर धार्मिक संस्थाओं के डेरो पर इंटेलिजेंस में भी सुरक्षा के मद्देनजर कड़ी नजर रखनी शुरू कर दी है. इसी के चलते अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, पठानकोट, बटाला और मजीठा पुलिस को कड़े सुरक्षा प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा बठिंडा, मानसा, बरनाला, पटियाला, फरीदकोट, मोगा और जगराओं के पुलिस अधिकारियों को भी उनके क्षेत्रों में पड़ने वाले डेरों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट किया गया है.

लंबे समय से पंजाब और हरियाणा में डेरे जमकर फल-फूल रहे हैं जिसका कारण है यहां का आर्थिक और सामाजिक भेदभाव. पंजाब में 17 मुख्य डेरे हैं और 53 अन्य जिनमें राधास्वामी, सच्चा सौदा, निरंकारी, नामधारी दिव्य ज्योति जागृति संस्थान, डेरा संत भनियारा वाला, डेरा सचखंड और डेरा बेगोवाल आदि शामिल हैं.

इन डेरों की शाखाएं सभी जिलों में हैं. दरअसल, राजनीतिक दलों के लिए यह डेरे वोट बैंक हैं. वही आतंकियों के लिए यहां पर लोगों की संख्या सॉफ्ट टारगेट है. जिस वजह से आतंकियों की नजर डेरों और धार्मिक संस्थानों पर रहती है.

हालांकि पंजाब पुलिस द्वारा किए गए सिक्योरिटी रिव्यू में यह सामने आया है कि पंजाब के बीजेपी नेता और आरएसएस से जुड़े हुए लोगों को आशंका है कि विदेश में बैठे रेडिकल ग्रुप जो कि भारत में वांटेड हैं, हमला कर सकते हैं.

साल 2018 में पंजाब से अमृतसर के राजासांसी इलाके के एक धार्मिक डेरे पर ग्रेनेड से अटैक किया गया था. इस विस्फोट में 3 लोगों की मौत की गई थी. हालांकि जानकारी के मुताबिक राजस्थान सी गांव में निरंकारी भवन में नकाबपोश मोटरसाइकिल सवारों ने ग्रेनेड अटैक किया था. यह निरंकारी भवन अमृतसर से 7 किलोमीटर दूर था.

पंजाब में धार्मिक संस्थाओं के लिए अलर्ट जारी

वही इंटरनेशनल बॉर्डर से इसकी दूरी सिर्फ 20 किलोमीटर थी. हालांकि विधानसभा चुनावों से पहले साल 2017 में भी मोड मंडी में ब्लास्ट हुआ था यह ब्लास्ट डेरे में नहीं हुआ था. यह एक चुनावी रैली के दौरान हुआ था लेकिन इसमें जिनके नाम सामने आए थे वह गुरमीत राम रहीम के अनुयायियों के नाम थे जोकि डेरा सच्चा सौदा से जुड़े हुए हैं. जिनकी पंजाब में भी काफी शाखाएं हैं.

गुरदासपुर के सीमावर्ती जिले में अलर्ट किया गया है. गुरदासपुर जम्मू-अमृतसर रोड पर सुरक्षा व्यवस्था नहीं है और गुरदासपुर में निरंकारी भवन के बाहर सुरक्षा के कोई इंतजाम नजर नहीं आ रहे हैं. अमृतसर आने वाले दिनों में हथियारों का जखीरा बरामद किया गया जो ड्रोन के जरिए सरहदों पर आ रहे हैं.

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पंजाब पुलिस की ओर से सुरक्षा इंतजाम का दावा किया गया है लेकिन राधा स्वामी सत्संग भवन के बाहर कोई सुरक्षा अधिकारी मौजूद नहीं है. जबकि पूरे पंजाब में सुरक्षा एजेंसियों और पंजाब पुलिस द्वारा हाई अलर्ट जारी किया गया है.

Last Updated : Aug 31, 2021, 9:34 PM IST

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