मुंबई: मराठा समुदाय के लिए आरक्षण के मुद्दे पर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई है. मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और खुद मनोज जारांगे पाटिल द्वारा लोगों से शांति की अपील करने के बावजूद हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. राज्य में कई जगहों पर आगजनी, तोड़फोड़ और पत्थरबाजी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. मराठा आरक्षण का समाधान खोजने के लिए मराठा नेताओं के साथ बैठकें, सर्वदलीय बैठकें, कैबिनेट उप-समिति की विशेष बैठकें की गईं.
लेकिन उससे भी मनोज जारांगे पाटिल मराठा आरक्षण पर अड़े हुए हैं. आंदोलन के हिंसक हो जाने से सरकार परेशान हो गई है. ऐसे में गृह मंत्री देवेन्द्र फडणवीस गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात करने वाले हैं. इस यात्रा के दौरान प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले भी मौजूद रहेंगे. दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में आयोजित केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के लिए बुधवार से ही दिल्ली में फडणवीस पहुंचे हुए हैं.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की अध्यक्षता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बुधवार को बीजेपी चुनाव समिति की बैठक हुई. इस बैठक के बाद देवेन्द्र फडणवीस दिल्ली में हैं. यह भी कहा जा रहा है कि इन हिंसक आंदोलनों के पीछे कुछ देश विरोधी शक्तियां काम कर रही हैं. इसे लेकर भी डिप्टी सीएम फडणवीस केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से चर्चा करेंगे. इन हिंसक विरोधों में विधायकों, मंत्रियों और नेताओं को भी निशाना बनाया जा रहा है.
देवेन्द्र फडणवीस अमित शाह से मांग कर सकते हैं कि केंद्रीय गृह मंत्रालय इसे जातीय आधार पर देखे, क्योंकि यह आंदोलन पूरी तरह से बेकाबू होता जा रहा है. राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को देखते हुए, राज्य सरकार ने भी सख्त रुख अपना रखा है. अब तक 168 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है. कई लोगों पर धारा 307 के तहत मामला भी दर्ज किया गया है. गृह मंत्री फडणवीस ने दावा किया कि इस आंदोलन को भड़काने के पीछे दूसरे दलों के कुछ नेता और कार्यकर्ता भी हैं.