नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर गुरुवार को फिर से बैरिकेडिंग की है. ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसान आंदोलन को एक साल पूरा हो चुका है. इसलिए किसान दिल्ली की सीमाओं में घुस सकते हैं.
दिल्ली पुलिस पीआरओ चिन्मय बिस्वाल के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर कानून-व्यवस्था बनाए रखना दिल्ली पुलिस का कर्तव्य है. हम 26 नवंबर को किसानों के आह्वान की निगरानी कर रहे हैं ताकि यह देखा जा सके कि कोई अवैध गतिविधि/अशांति न हो और कोई भी कानून अपने हाथ में न ले. इसके लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं.
बैरिकेड हट जाने के बाद से NH-9 पर गाजियाबाद की तरफ से आने वाली एंबुलेंस आसानी से दिल्ली में प्रवेश कर रही थी, लेकिन एक बार फिर से एंबुलेंस का रास्ता मुश्किल भरा हो सकता है. हालांकि यह कहा गया है कि एंबुलेंस के लिए फिलहाल रास्ता दिया जाएगा. मगर किसान पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि आंदोलन खत्म होने वाला नहीं है.
माना यह भी जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर यह बैरिकेड लगाए हैं, क्योंकि किसानों ने 29 तारीख के लिए दिल्ली जाने का प्लान बनाया है. किसानों ने कहा है कि वह ट्रैक्टर लेकर दिल्ली में पार्लियामेंट की तरफ जाएंगे. राकेश टिकैत ने कहा था कि दिल्ली पुलिस से इस विषय में उन्होंने कोई बात नहीं की है. रास्ता खुल गया है. इसलिए दिल्ली जाएंगे.
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