नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने नॉर्थ दिल्ली के बुराड़ी ग्राउंड में हिंदू महापंचायत में भड़काऊ भाषण और पत्रकारों से मारपीट के मामले में केस दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि बिना अनुमति के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था, जिसकी पुलिस और डीडीए विभाग की ओर से कोई अनुमति नहीं ली गई थी. इसके अलावा भड़काऊ भाषण देने के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज किया है. हिंदू महापंचायत को कवर करने पहुंचे दो पत्रकारों के साथ मारपीट की गई थी.
उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली की डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि मंगोलपुरी में रहने वाले सेव इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रीत सिंह ने उत्तरी पश्चिमी जिले के बुराड़ी ग्राउंड में हिंदू महापंचायत के आयोजन की अनुमति मांगी थी, जिसे पुलिस ने स्वीकृति नहीं दी थी. यह ग्राउंड डीडीए के अधीन है. डीडीए की ओर से भी इस ग्राउंड में तीन अप्रैल को महापंचायत कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी गई थी. इसके बावजूद भी सेव इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रीत सिंह अपने समर्थकों के साथ बुराड़ी मैदान पहुंचे. इसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद भी पहुंचे.
हिंदू महापंचायत कार्यक्रम में करीब एक हजार व्यक्ति शामिल हुए. कार्यक्रम का संचालन करते हुए मुख्य वक्ताओं की तरफ से मंच से भड़काऊ भाषण दिए गए, जिसमें टीवी पत्रकार सुरेश चव्हाणके भी शामिल थे. आरोप है कि कार्यक्रम में शामिल लोगों ने दो समुदायों के बीच शत्रुता, नफरत और दुर्भावना को बढ़ावा देने वाले भड़काऊ भाषण दिए. पुलिस ने इस मामले में मुखर्जी नगर थाने में मामला दर्ज किया है और आगे की जांच कर रही है.
वहीं, दूसरे मामले में एक न्यूज वेब पोर्टल के दो पत्रकारों ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि वे हिंदू महापंचायत कार्यक्रम में रिपोर्टिंग करने के लिए बुराड़ी ग्राउंड पहुंचे थे. जहां उनके साथ रिपोर्टिंग के दौरान मारपीट की गई. उनका मोबाइल फोन व आई कार्ड भी छीनने की कोशिश की गई. पत्रकारों ने कहा कि वे एक व्यक्ति का साक्षात्कार कर रहे थे, तभी कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की. पुलिस ने बीच-बचाव कर उनको सुरक्षा प्रदान की. दोनों की मेडिकल जांच कराई गई. वहीं, उत्तरी पश्चिमी जिला पुलिस ने गंभीर धाराओं के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी गलत अफवाह व सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.
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