नई दिल्ली : दिल्ली की जहांगीरपुरी में शनिवार को हिंसा फैली थी. इस पर आज दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले की पूरी जानकारी दी. पुलिस कमिश्नर ने कहा कि अभी तक इस मामले में 23 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें से 8 ऐसे हैं, जो पहले भी किसी न किसी केस में आरोपी रहे हैं. उन्होंने आगे बताया कि, इस मामले में हर एंगल से जांच की जा रही है. इस हिंसा में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. राकेश अस्थाना ने आगे बताया कि, जहांगीरपुरी हिंसा केस में दोनों पक्षों के लोगों को गिरफ्तार किया गया है. राकेश अस्थाना ने मस्जिद के ऊपर भगवा झंडे फहराने वाले सवाल का जवाब देते हुए कहा, इस बात में कोई सच्चाई नहीं है. विवाद मामूली बात पर शुरू हुआ था. बाद में यह हिंसा में तब्दील हो गया.
राकेश अस्थाना ने बताया कि हिंसा में 9 लोग जख्मी हुए हैं, इनमें 8 पुलिसकर्मी हैं. ये दर्शाता है कि पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग किया. इसके चलते नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचा. इतना ही नहीं जब अस्थाना से पूछा गया कि क्या जहांगीरपुरी हिंसा केस में हो रही एकतरफा कार्रवाई हो रही है. तो उन्होंने जवाब दिया, ''नहीं..हिंसा में शामिल दोनों पक्षों के लोगों को गिरफ्तार किया गया है.''
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कहा, इस मामले में क्राइम ब्रांच जांच कर रही है. क्राइम ब्रांच की 14 टीमें बनाई गई हैं. इन टीमों ने जांच शुरू कर दी है. उन्होंने कहा, एनालिसिस किया जा रहा है. हर एंगल से जांच हो रही है. कोशिश की जाएगी कि इसमें कोई भी आरोपी, चाहें वह सीधे तौर पर या परोक्ष रूप से हिंसा से जुड़ा हो, उसे छोड़ा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा, डिजिटल सबूतों का एनालिसिस किया जा रहा है. इस केस में जो भी शामिल है, उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की बड़ी बातें-
- पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की.
- हमारी टीम ने हालात संभालने की हर संभव कोशिश की.
- झड़प में आठ पुलिस वालों को गंभीर चोटें आयीं.
- अभी तक 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
- गिरफ्तारी दोनों पक्ष से की गई हैं.
- क्राइम ब्रांच को जांच सौंपी गई है.
- सोशल मीडिया एनालिसिस किया जा रहा है, जो लोग गलत जानकारी दे रहे हैं, उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
- अफवाहों पर जनता ध्यान न दे.
- सही जानकारी के लिए पुलिस कंट्रोल रूम से संपर्क करें.
- शांति स्थापित करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है.
- पीस कमेटी की मीटिंग की जा रही है.
- जहांगीरपुरी के अलावा अन्य संवदेनशील इलाकों में भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है.
- जांच के लिए 14 टीमें बनाई गई हैं.
- टीम ने कल से ही जांच का काम संभाला.
- छोटी सी बात पर शुरू झगड़ा, टकराव में बदला.
- अब तक 100 उपद्रवियों की पहचान हुई है.
- वीडियो में दिख रहे लोगों से पूछताछ होगी.
- दोषी कोई भी बख्शा नहीं जाएगा.
- हालात सामान्य होने तक अतिरिक्त चौकसी रहेगी.
- झंडा लगाने की कोशिश नहीं हुई थी.
जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच हुई झड़प में पथराव और आगज़नी की घटनाएं हुई थीं, जिसमें लाल सहित आठ पुलिस कर्मी और एक स्थानीय व्यक्ति घायल हो गया था। इस दौरान लाल को गोली लग गई थी. दिल्ली पुलिस ने लाल पर कथित तौर पर गोली चलाने वाले व्यक्ति और मुख्य साजिशकर्ताओं सहित कुल 23 लोगों को मामले में गिरफ्तार किया है. मामले में दो नाबालिगों को भी हिरासत में लिया गया है.
बता दें कि, शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस ने रविवार को ड्रोन और पैदल गश्त बढ़ा दी, संवदेनशील इलाकों में छतों से सर्विलांस/निगरानी तेज कर दी और विभिन्न अमन समितियों के सदस्यों के साथ बैठक की. जामिया नगर, जामा मस्जिद, संगम विहार, चांदनी महल, जसोला, हौज कासी सहित तमाम जगहों पर ड्रोन और पैदल गश्त की जा रही है. साथ ही उत्तरी-पूर्वी दिल्ली मेंं भी गश्त बढ़ा दी गई है जहां 2020 में साम्प्रदायिक दंगे हुए थे. जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के दिन जुलूस के दौरान हुई हिंसा में नौ पुलिसकर्मियों सहित 10 लोगों के घायल होने के बाद उक्त कदम उठाए गए हैं. हनुमान जयंती के अवसर पर निकाली गई एक शोभायात्रा के दौरान हुई झड़प के एक दिन बाद दिल्ली पुलिस ने रविवार को अमन समितियों के सदस्यों के साथ बैठक की. इस दौरान पुलिस ने उनसे कहा कि वे अपने-अपने इलाकों में शांति बनाए रखने की लोगों से अपील करें.