नई दिल्ली : पंजाब के युवा कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह भलवान की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने तीन लोगों को सराय काले खां इलाके से गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान गुरविंदर पाल उर्फ गोरा, सुखविंदर उर्फ सन्नी और सौरव वर्मा के रूप में हुई है.
स्पेशल सेल के डीसीपी मनीषी चंद्रा ने बताया कि पंजाब के युवा कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह भलवान की हत्या में पांच लोग शामिल थे, जिसमें से 3 लोगों को सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है. सूचना पंजाब पुलिस को दे दी गई है.
दिल्ली के रास्ते उत्तर प्रदेश जाने की फिराक में थे बदमाश
डीसीपी मनीषी चंद्रा ने बताया कि पंजाब के फरीदकोट में यूथ कांग्रेस के नेता गुरलाल भलवान की हत्या की साजिश कनाडा में रची गई थी. बीती 18 फरवरी को नेता को फरीदकोट में हमलावरों ने गोलियां से भून डाला था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शनिवार-रविवार की देर रात हत्या में शामिल तीन आरोपियों को सराय काले खां से गिरफ्तार किया है, जब आरोपी दिल्ली के रास्ते उत्तर प्रदेश जाने की फिराक में थे.
गुरलाल भलवान जिला यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष और जिला परिषद सदस्य थे. वहीं इस पूरे मामले में फिलहाल दो शार्प-शूटर फरार चल रहे हैं, जिन्होंने नेता को गोलियां से भूना था. वारदात को अंजाम देने के बाद सभी लोग फरीदकोट से फरार होने में कामयाब रहे थे. आरोपी हरियाणा में साथ-साथ थे, लेकिन दिल्ली आने से पहले अलग हो गए थे.
इन आरोपियों को कनाडा में बैठे बदमाश गोल्डी बरार ने निर्देश दिया था और पंजाब के गैंगेस्टर लाॅरेंस विश्नोई की मदद से हत्या करवाई थी. इन आरोपियों ने बीती 18 फरवरी को उस वक्त कांग्रेस नेता की हत्या फरीदकोट में जुबली चैक के पास की थी, जब वह अपने दोस्त से मिलने के लिए उसकी दुकान पर गए थे. आरोपियों ने रैकी कर वारदात को अंजाम दिया था. लाॅरेंस विश्नोई इन दिनों अजमेर जेल में बंद है.
सिंघु बॉर्डर पर करना चाहते थे हत्या
मनीषी चंद्रा के अनुसार पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे किसान आंदोलन के दौरान सिंघु बाॅर्डर पर और जंतर-मंतर पर उस वक्त हत्या करना चाहते थे जब युवा कांग्रेस नेता पार्टी के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आए थे. सुरक्षा व्यवस्था देख वह वारदात को अंजाम नहीं दे पाए. पूछताछ में पता चला है कि गोल्डी बरार का चचेरा भाई गुरलाल बरार की हत्या बीती साल गैंगवार में हुई थी.
इस हत्या का बदला लेने के लिए गुरलाल भलवान की हत्या की गई थी. युवा नेता कांग्रेस के संसद घेराव के वक्त जब दिल्ली आए थे, तब भी ये आरोपी उनका पीछा कर रहे थे. उपायुक्त ने बताया कि इन आरोपियों से पूछताछ के बाद गोली चलाने वाले शार्प-शूटरों की पहचान कर ली गई है.
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