नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल यूनिट ने खुद को भारत के उपराष्ट्रपति के तौर पर प्रस्तुत कर सीनियर अधिकारियों से अपना काम करवाने की कोशिश करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी उपराष्ट्रपति की फोटो लगे व्हाट्सएप अकाउंट के जरिए सीनियर आईएएस अधिकारी से बातचीत कर उनको प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक आरोपी साल 2007 से इटली में रह रहा है. आरोपी की पहचान गगनदीप सिंह के तौर पर की गई है. वहीं आरोपी को भारतीय व्हाट्सएप नंबर देने वाले उसके सहयोगी अश्विनी कुमार को भी पुलिस ने पंजाब के पटियाला से गिरफ्तार कर लिया है.
आईएफएसओ सेल के डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि कोई व्यक्ति भारत के उपराष्ट्रपति की फोटो लगाकर व्हाट्सएप पर अकाउंट के जरिए सीनियर आईएएस अधिकारियों से बातचीत कर रहा है और उनसे काम के लिए बोल रहा है. जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम ने मुकदमा दर्ज कर केस की जांच शुरू की. इस दौरान सामने आया कि आरोपी भारतीय नंबर से व्हाट्सएप इस्तेमाल कर रहा है, लेकिन इंटरनेट सर्वर इटली का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके बाद पुलिस ने पंजाब के पटियाला से अश्विनी कुमार को गिरफ्तार किया जिसने बताया कि उसने अपने साथी गगनदीप को व्हाट्सएप ओटीपी दिया, जिससे वह एक व्हाट्सएप अकाउंट भारतीय नंबर पर बना सके. अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए जानकारी जुटाई गई, जिससे सामने आया कि गगनदीप एक भारतीय नागरिक है, जो साल 2007 से इटली में रह रहा है. बैंक, पासपोर्ट ऑफिस और अन्य संस्थाओं के सहयोग से पुलिस ने आरोपी गगनदीप को इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के पास घटना में इस्तेमाल किए गए पांच मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं.
यूट्यूब वीडियो से सीखा उपराष्ट्रपति के बात करने का तरीका: आरोपी गगनदीप ने बताया कि उसने अकाउंट बनाने से पहले यूट्यूब पर मौजूद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के 100 से अधिक वीडियो देखे और उनमें उनके बात करने के तरीके और शब्दों के चयन को स्टडी किया. इसके बाद भारतीय नंबर से व्हाट्सएप पर कौन बनाया जिसमें उसने उपराष्ट्रपति की फोटो इस्तेमाल की. इंटरनेट के जरिए ही उसे एक सीनियर आईएएस अधिकारी का भी संपर्क मिला, जिसके बाद से वह लगातार उनसे अपने काम के लिए कह रहा था.
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