नई दिल्ली : राजधानी में ग्रीन वार रूम लॉन्च करने के बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Environment Minister Gopal Rai) ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM) ने विंटर एक्शन की घोषणा की. इसमें तमाम एजेंसियों की भागीदारी रही. इसमें कुल 10 बिंदु हैं, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण है ग्रीन एप.
राय ने कहा कि पिछले साल तक ये सुविधा (Android Phone) तक सीमित थी. हालांकि, अब (I phone User) भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. कुल 27 विभागों में नगर निगम भी शामिल है. इसमें जो भी शिकायतें आती हैं, उनका समाधान किया जाता है. इस एप पर प्रदूषण से सम्बंधित शिकायत कर सकते हैं. इसमें कुल 10 तरह की शिकायत की जा सकती है, जिसमें कूड़ा जलाना, C एंड D वेस्ट, गड्ढों से निकलने वाली धूल, कन्स्ट्रक्शन साइट पर लापरवाही या ध्वनि प्रदूषण जैसी शिकायतें की जा सकती हैं.
इसमें 27 विभागों के कुल 2500 लोगों को ट्रेनिंग दी गई है. पिछली बार इस ऐप के माध्यम से लगभग 27 हज़ार शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिसमें 23 हजार शिकायतों का समाधान किया गया था. पांच विभागों की शिकायत सबसे अधिक आई, जिसमें नगर निगम, PWD और DDA शामिल हैं.
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि पिछले एक साल के ग्रीन एप के ऑपरेशन के बाद अब दिल्ली में 13 की जगह 150 हाटस्पॉट हैं. इन पर क्लोज़ मॉनिटरिंग होगी. उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट में सबसे महत्वपूर्ण ग्रीन वार रूम है. इसमें शिकायतों के समाधान के अलावा रीयल टाइम मॉनिटरिंग होती है. यहां तक कि अब पराली की निगरानी भी यहीं से हो सकती है. राय ने कहा कि वॉर रूम के कामकाज में अब यूनिवर्सिटी ऑफ़ शिकागो के प्रतिनिधि और GDI के पार्टनर भी शामिल हैं.
अंत में पर्यावरण मंत्री ने कहा DPCC में इंजीनियर भी रखे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली के प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार हर स्तर पर काम कर रही है. हालांकि, पराली जलने को रोका जाना होगा.