नई दिल्ली : मंगलवार शाम एक डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना की इस महामारी में आम आदमी को चारों तरफ से मार पड़ रही है. मजबूरी में हमें लॉकडाउन लगाना पड़ा है, जिसके कारण कई लोगों के घरों में खाने की दिक्कत हो रही है, जिनके घर में कोरोना के मरीज हैं, उनके सामने कई तरह की समस्याएं हैं.
सीएम में कहा कि सरकारी अस्पतालों में तो फ्री में इलाज मिल जाता है, लेकिन प्राइवेट अस्पताल में अच्छा खासा पैसा लग जाता है.
'आज उठाने जा रहे चार महत्वपूर्ण कदम'
मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत लोग ऐसे हैं, जिनके घर में कमाने वालों की मौत हो गई है, कई बच्चे ऐसे हैं, जिनके माता-पिता दोनों ही गुजर गए. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम हमेशा कहते हैं कि दिल्ली के दो करोड़ लोग परिवार हैं.
पिछले कुछ दिनों में हमने इस पर बहुत मंथन किया कि किस तरह से इस वक्त लोगों की समस्याओं को दूर कर सकें. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम इस दिशा में चार महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहे हैं. उम्मीद है कि इससे लोगों को मुसीबत में राहत मिलेगी.
'72 लाख लोगों को 10 किलो राशन मुफ्त'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 72 लाख लोगों के पास राशन कार्ड है. इन्हें हर महीने सरकार 4 किलो गेहूं और 1 किलो चावल, यानी 5 किलो राशन देती है. इसके लिए इनसे कुछ पैसे भी लिए जाते हैं. सीएम ने कहा कि इस महीने यह राशन उनको फ्री दिया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके अलावा 5 किलो राशन केंद्र सरकार पीएम स्कीम की तरफ से दे रही है, वह भी मुफ्त दिया जा रहा है. यानी इस महीने हर राशन कार्ड धारक को 10 किलो राशन मिल रहा है, जो पूरी तरह से मुफ्त होगा.
'बिना राशन कार्ड वालों को भी मिलेगा राशन'
सीएम ने कहा कि बिना राशन कार्ड वालों को भी सरकार राशन देगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हर राज्य का एक कोटा फिक्स किया हुआ है, दिल्ली में अभी नए राशन कार्ड नहीं बन सकते हैं.
लेकिन कई ऐसे गरीब हैं, जिनका राशन कार्ड नहीं बन पाया है. ऐसे लोगों को भी दिल्ली सरकार अब राशन देने जा रही है. जो लोग भी कहेंगे कि हम गरीब हैं, हमें राशन चाहिए, उन लोगों को राशन दिया जाएगा.
सीएम ने कहा कि पिछले साल भी जब पहली लहर आई थी, तब हमने बिना राशन कार्ड वालों को राशन दिया था, उसी तरह इस बार भी राशन दिया जाएगा.
'हर गरीब को मिलेगा राशन'
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक-दो दिन में लागू हो जाएगा. इसमें किसी भी तरह का इनकम सर्टिफिकेट देने की जरूरत नहीं है, जो भी कहेगा कि मैं गरीब हूं, राशन चाहिए उसे राशन दिया जाएगा.
सीएम ने कहा कि ऐसे कई लोग हैं, जिनकी कोरोना से मौत हो गई है. उन सभी लोगों के साथ हमारी सहानुभूति है. हम उनकी क्षति को तो पूरा नहीं कर सकते, लेकिन इस मुसीबत की घड़ी में थोड़ी मदद कर सकते हैं. ऐसे हर परिवार को जिनके यहां कोरोना से मौत हुई है, उनको 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
'50 हजार के अलावा मिलेगा 2500 पेंशन'
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे भी कई परिवार हैं, जिनके यहां कमाने वाले व्यक्ति की मौत हो गई है. ऐसे लोगों के परिजनों को इस 50 हजार की सहायता के साथ-साथ ढाई हजार रुपये हर महीने की पेंशन शुरू की जा रही है.
सीएम ने कहा कि अगर किसी परिवार में पति की मौत हुई है, तो पेंशन पत्नी को मिलेगी, पत्नी की मौत हुई है, तो पेंशन पति को मिलेगी. सीएम ने कहा कि जिसके परिवार में कमाने वाला व्यक्ति अविवाहित रहा हो और उसकी मौत हो गई है, ऐसी स्थिति में उसके माता-पिता को पेंशन मिलेगी.
'सरकार उठाएगी अनाथ बच्चों की पढ़ाई का खर्च'
सीएम केजरीवाल ने कहा कि ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता दोनों की मौत हो गई है, ऐसे बच्चों को अगले 25 साल तक हर महीने सरकार 2500 रुपये की सहायता राशि देगी.
साथ ही उनकी पढ़ाई का खर्च भी सरकार उठाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उन सभी मामलों में लागू होगा, जिनमें बच्चे के माता-पिता में से किसी एक की भले ही पहले मौत हो चुकी हो, लेकिन किसी एक की मौत कोरोना से हुई हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले कुछ दिनों में इन सभी योजनाओं को कैबिनेट से पास करा दिया जाएगा.
'आप मुसीबत में मुझे साथ खड़ा पाएंगे'
इन योजनाओं के लिए फंड की व्यवस्था को लेकर सीएम ने कहा कि 6 साल पहले आप लोगों ने एक ईमानदार सरकार बनाई थी, हम रिश्वतखोरी बंद कर चुके हैं, फिजूलखर्ची भी नहीं होने देते हैं, पैसे बचाते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले चार-पांच दिन के अंदर हमने, हमारे मंत्रियों, अफसरों ने बैठकर इस पर काफी मंथन किया और देखा कि कहां- कहां से हम पैसा निकाल सकते हैं.
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सीएम ने कहा कि आप जब भी कभी मुसीबत में होंगे, मुझे हमेशा अपने साथ खड़ा पाएंगे. मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि यह मुश्किल घड़ी जल्द खत्म हो, हम एक परिवार की तरह इसका सामना करें, हमारी जीत अवश्य होगी.