नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में पानी की किल्लत को लेकर राजनैतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. पानी की कमी और गंदे पानी की आपूर्ति को लेकर दिल्ली कांग्रेस ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास का घेराव किया और सड़कों पर मटका फोड़ कर अपना आक्रोश व्यक्त किया.
मुख्यमंत्री आवास के पास प्रदर्शन के दौरान सिर पर मटका रखकर पूरे प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने बताया कि आज दिल्ली की जनता पीने के पानी के लिए दर-दर भटक रही है. अगर कुछ इलाकों में पानी की आपूर्ति की जा रही है तो वह पानी भी इतना गंदा है कि कोई उसे पी नहीं सकता.
दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनके सभी विधायक खुद तो घरों में बैठकर बोतलबंद पानी पी रहे हैं लेकिन दिल्ली की जनता की सुध लेने का उन्हें समय नहीं है. दिल्ली कांग्रेस हमेशा से दिल्ली की जनता के हितों के मुद्दों से जुड़ी लड़ाई लड़ती आई है. यह प्रदर्शन भी दिल्लीवासियों को उनका हक दिलाने को लेकर है.
चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार यह बहाना बना रही है कि हरियाणा द्वारा पानी की आपूर्ति रोकी जा रही है. अगर हरियाणा सरकार द्वारा पानी की आपूर्ति रोकी जा रही है तो मुख्यमंत्री और जल बोर्ड के अधिकारी हरियाणा सरकार से बात करें. शीला दीक्षित के समय भी जब हरियाणा द्वारा पानी रोका जाता था तो मुख्यमंत्री खुद हरियाणा के अधिकारियों से बात करती थीं, लेकिन दिल्ली के जनता को प्यासा नहीं रखती थीं. अभी के समय अरविंद केजरीवाल के सभी मंत्री अपने घरों में बैठकर बोतलबंद पानी पी रहे हैं और दिल्ली की जनता पीने के पानी के लिए सड़कों पर उतर रही है.
मुख्यमंत्री निवास पर दिल्ली कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस द्वारा सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए थे. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए संत परमानंद अस्पताल के पास ही पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग की गई थी. दिल्ली पुलिस के जवान के अलावा सीआरपीएफ और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों की भी तैनाती की गई थी, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके.
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