कुरुक्षेत्र: हरियाणा में धान की सरकारी खरीद (Government procurement of paddy in Haryana) को लेकर किसानों और सरकार के बीच सहमति बन गई है.सरकार ने किसानों की वह बात मान ली है जिसमें किसानों कहा था कि सरकार द्वारा धान की खरीद तत्काल शुरू की जाय. सरकार द्वारा मिले इस आश्वासन के बाद किसान नेशनल हाइवे पर नाकेबंदी हटाने को राजी हो गए. बता दें कि 3 दिनों के अंदर प्रशासन के साथ लगभग 6 से ज्यादा बार मीटिंग हुई. आज हुई अंतिम मीटिंग में सरकार और किसानों के बीच सहमति बनी. तब जाकर किसानों ने दिल्ली अमृतसर हाइवे खोलने का एलान किया.
भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने आज कुरक्षेत्र के डीसी शांतनु शर्मा और SP सुरेंद्र सिंह भौरिया ने उनसे मुलाकात की. प्रशासन ने कहा है की जो फसल मंडियों में पड़ी है, उसकी भराई शुरू कर दी जाएगी, लेकिन खरीद का काम 1 अक्टूबर से होगा. 22 की जगह अब 30 क्विंटल प्रति एकड़ तक धान सरकार द्वारा ली जाएगी. इससे किसान की धान खराब नहीं होगी और पूरी धान की खरीद हो जाएगी. ऐसे में सरकार और किसानों के बीच सहमति बन गई है. किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 44 का जाम खोल दिया है.
वही मौके पर पहुंचे जिला पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह भौरिया ने कहा कि हमारी किसानों के साथ बात हो गई है. धान की सरकारी खरीद के लिए सरकार ने किसानों की बात मान ली है. जिसके चलते किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 44 का जाम खोल दिया है. जिला पुलिस वाहनों को निकालने की व्यवस्था बना रही है ताकि जाम की स्थिति उत्पन्न ना हो.
आधी रात को हाइकोर्ट में हुई सुनवाई- दिल्ली अमृतसर नेशनल हाइवे पर लगे जाम खुलवाने लेकर पंजाब हरियाणा हाइकोर्ट (Punjab And Haryana High Court) में आधी रात सुनवाई हुई है. कोर्ट ने हरियाणा सरकार को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है. कोर्ट ने मामले पर सुनवाई करते हुए स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए कि ऐसा नहीं होना चाहिए था. इसके अलावा कोर्ट ने स्थानीय प्रशासन को यह भी आदेश दिया है कि नेशनल हाइवे 44 पर ट्रैफिक मूवमेंट को जल्द से जल्द सुचारू किया जाय.
बता दें कि किसान कुरुक्षेत्र में शुक्रवार से ही दिल्ली अमृतसर हाइवे पर जाम (Delhi Amritsar Higway Jam) लगाए बैठे थे. बारिश के बीच किसानों ने रात भी नेशनल हाइवे पर ही गुजारी. किसानों के जाम लगाने से ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई. आवाजाही करने वालों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा. रोड में गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लग गई. गुस्साए किसानों ने हाईवे पर लगे सरकार के फ्लैक्श को भी उखाड़कर फेंक दिया. किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग भी लगा रखी थी.
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