नई दिल्ली : विपक्षी गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) के घटक दलों के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल आगामी 29 और 30 जुलाई को हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा करेगा. लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने बताया कि विपक्षी दलों के 20 से अधिक सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल इस सप्ताहांत मणिपुर का दौरा कर हालात का जायजा लेगा. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में मणिपुर का दौरा किया था. विपक्षी दल संसद में मणिपुर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान और चर्चा की मांग कर रहे हैं.
कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध के बीच बुधवार को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिस पर सदन में चर्चा के लिए मंजूरी दे दी गई. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सभी दलों के नेताओं से बातचीत करने के बाद इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तिथि तय करेंगे.
कांग्रेस विधायक ने भाजपा पर साधा निशाना : कांग्रेस विधायक अब्दुर रशीद मंडल ने गुरुवार को विपक्ष के भारत गठबंधन की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिदीन से करने पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की आलोचना की और कहा कि देश को पता है भारत या इंडिया का दुश्मन कौन है? उन्होंने कहा कि देश की जनता जानती है कि भारत या इंडिया का मुख्य शत्रु कौन है. हम भारत या इंडिया में अंतर नहीं करते. उन्होंने सवाल किया कि विपक्ष के गठबंधन से क्यों डर रही है बीजेपी? आप (बीजेपी) 38 राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन में हैं, और हमारे साथ तो केवल 26 राजनीतिक दल हैं.
इससे पहले मंगलवार को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों के 'पूरी तरह से दिशाहीन' भारत गठबंधन पर तीखा हमला किया और इस समूह की तुलना इंडियन मुजाहिदीन और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे आतंकवादी संगठनों से की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर कटाक्ष किया कि जैसे अंग्रेजों ने अपना नाम ईस्ट इंडिया कंपनी रखा और आतंकी संगठन जैसे इंडियन मुजाहिदीन और इंडियन पीपुल्स फ्रंट, जिनके नाम में भी 'इंडिया' लिखा है, वैसे ही विपक्ष भी खुद को 'इंडिया' नाम से पेश कर रहा है.
(एजेंसियां)