श्रीनगर: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 27 दिसंबर, 2023 को जम्मू और कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने मौजूदा स्थिति के साथ-साथ क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियानों का प्रत्यक्ष आकलन किया. उनके साथ थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी भी थे.
रक्षा मंत्री को मौजूदा सुरक्षा स्थिति, घुसपैठ रोधी ग्रिड और परिचालन तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई. राजनाथ सिंह ने जमीनी स्तर पर कमांडरों के साथ परिचालन चुनौतियों से जुड़े पहलुओं पर चर्चा की. उन्होंने ऑपरेशन करते समय पेशेवर आचरण और उचित परिश्रम का आह्वान किया. सैनिकों के साथ बातचीत करते हुए, रक्षा मंत्री ने कार्रवाई में मारे गए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और बहादुरों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की.
उन्होंने घायल सैनिकों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और इस बात पर जोर दिया कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. राजनाथ सिंह ने सैनिकों को आश्वासन दिया कि सरकार सशस्त्र बलों के साथ खड़ी है और राष्ट्र हमेशा सैनिकों की अद्वितीय वीरता और बलिदान का ऋणी रहेगा.
उन्होंने सशस्त्र बलों के कल्याण को सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया और इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा और खुफिया ढांचे को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त प्रयास किए जा रहे हैं. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना कोई साधारण सेना नहीं है. सैनिक हमारे रक्षक हैं. यह उनका कर्तव्य है कि वे न केवल राष्ट्रीय हितों की रक्षा करें, बल्कि लोगों का दिल भी जीतें.
राजनाथ सिंह ने संदिग्ध परिस्थितियों में मारे गए तीन लोगों के परिवारों से की मुलाकात
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को उन तीन लोगों के परिवारों को न्याय का आश्वासन दिया जो पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिला में दो सैन्य वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले के बाद कथित तौर पर सेना द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद मृत पाए गए थे. राजनाथ सिंह, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तीनों मृतकों के परिवारों से मुलाकात की.
वह यातना के शिकार चार अन्य लोगों की सेहत की जानकारी लेने राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय (जीएमसी) अस्तपाल भी गए. रक्षा मंत्री, उपराज्यपाल जब मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात कर रहे थे तब कई जिला विकास परिषद (डीडीसी) सदस्य, पूर्व विधायक और नागरिक समाज के सदस्य भी मौजूद थे. रक्षा मंत्री डाक बंगले में मृतकों के परिवारों से मुलाकात करने के बाद जीएमसी अस्पताल पहुंचे. जीएमसी अस्पताल परिसर में उन्होंने संवादाताओं से कहा कि 'जो कुछ भी हुआ...न्याय होगा.'