नई दिल्ली : देश के कई हिस्सों में केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध जारी है. इस बीच तीनों सेनाओं की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है. इसमें कहा गया कि अग्निपथ योजना युवाओं के लिए फायदेमंद है. यह वापस नहीं होगी. अग्निपथ योजना पर सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि यह सुधार लंबे समय से लंबित था. हम इस सुधार के साथ युवावस्था और अनुभव लाना चाहते हैं. आज बड़ी संख्या में जवान अपने 30 के दशक में हैं और अधिकारियों को पहले की तुलना में बहुत बाद में कमान मिल रही है.
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#WATCH | Ministry of Defence briefs the media on Agnipath recruitment scheme https://t.co/JRgzkQyuOn
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उन्होंने कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं. किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे. 'अग्निवीर' को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो वर्तमान में सेवारत नियमित सैनिकों पर लागू होता है. सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं है.
एयर मार्शल एसके झा ने कहा कि भारतीय वायुसेना में 24 जून से अग्निवीरों के पहले बैच को लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. यह एक ऑनलाइन सिस्टम है. उसी के तहत उसपर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा. एक महीने बाद 24 जुलाई से फेज-1 ऑनलाइन परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी. पहला बैच दिसंबर तक नामांकित होगा और प्रशिक्षण 30 दिसंबर तक शुरू होगा.
वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि हमने अपनी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है. 25 जून तक हमारा एडवरटाइजमेंट सूचना और प्रसारण मंत्रालय में पहुंच जाएगा. एक महीने के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इस साल 21 नवंबर से पहला नौसैनिक 'अग्निवीर' प्रशिक्षण प्रतिष्ठान आईएनएस चिल्का, ओडिशा में पहुंचना शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि नौसेना में हम महिला अग्निवीर भी ले रहे हैं. उसके लिए हमारी ट्रेनिंग में जो संशोधन करना है उसके लिए काम शुरू हो चुका है. हमें 21 नवंबर का इंतजार है, मुझे आशा है कि महिला और पुरुष अग्निवीर आईएनएस चिल्का पर रिपोर्ट करेंगे.
- देश सेवा में जीवन कुर्बान करने वाले 'अग्निवीर' को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा
- 'अग्निवीर' को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो नियमित सैनिकों पर लागू
- अग्निवीर में पुरुष और महिला दोनों जवान होंगे
- थल सेना के लिए 1 जुलाई को नोटिफिकेशन
- नवसेना के लिए 24 जून को नोटिफिकेशन
- एयरफोर्स में 24 जून से अग्निवीर के पहले बैच की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होगी
- एयरफोर्स में 24 जुलाई से फेज-1 की ऑनलाइन परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी.
- एयरफोर्स में पहले बैच का प्रशिक्षण 30 दिसंबर से शुरू होगा
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर एक बैठक हुई. सूत्रों ने कहा कि तीनों सेनाओं के प्रमुखों के बैठक में शामिल हुए. बैठक में योजना को लागू करने और आंदोलनकारियों को शांत करने के तरीकों पर चर्चा हुई. राजनाथ सिंह द्वारा दो दिनों में बुलाई गई यह दूसरी ऐसी बैठक थी. इससे पहले गृह मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए शनिवार को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और असम राइफल्स में अग्निवीरों के लिए 10 प्रतिशत रिक्तियों को आरक्षित करने के एक महत्वपूर्ण निर्णय की घोषणा की थी.
ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, गृह मंत्रालय ने कहा कि गृह मंत्रालय ने सीएपीएफ और असम राइफल्स में अग्निवीरों के लिए भर्ती के लिए 10 प्रतिशत रिक्तियों को आरक्षित करने का निर्णय लिया है. एमएचए ने कहा कि गृह मंत्रालय ने सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती के लिए अग्निवीरों को निर्धारित ऊपरी आयु सीमा से 3 साल की छूट देने का भी फैसला किया है. इसके अलावा, अग्निवीर के पहले बैच के लिए, आयु में छूट निर्धारित ऊपरी आयु सीमा से 5 साल अधिक होगी.
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यह ध्यान रखना उचित है कि, अपने चार साल के कार्यकाल के पूरा होने पर, अग्निवीरों को सीएपीएफ के सभी सात अलग-अलग सुरक्षा बलों के तहत चयन प्राथमिकताएं मिलेंगी, जिनमें असम राइफल्स (एआर), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) शामिल हैं। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी). इससे पहले अग्निवीरों के लिए रोजगार के अवसरों की बात करते हुए, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अग्निवीरों के चार साल पूरे होने पर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSU) और निगमों सहित कई केंद्रीय मंत्री और राज्य सरकारें उन्हें नौकरी की प्राथमिकता देंगी.