श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में रविवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दल पर आतंकवादियों द्वारा हमला किए जाने के बाद गोलीबारी में एक नागरिक की मौत हो गई. इस घटना को लेकर स्थानीय निवासियों ने विरोध जताया जिसके बाद अधिकारियों ने इस घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए. शोपियां के जिलाधिकारी सचिन कुमार ने कहा, 'एडीएम (सहायक जिला मजिस्ट्रेट) द्वारा शोपियां के तुर्कवांगम इलाके में हुई घटना की मजिस्ट्रेटी जांच किए जाने का आदेश दिया गया है.' कुमार ने कहा कि जैसे ही जांच रिपोर्ट पेश की जाएगी, 'कानून के तहत उचित कार्रवाई' की जाएगी.
इससे पहले पुलिस ने बताया था कि, आतंकवादियों ने अपराह्र एक बजकर 10 मिनट पर पुलवामा और शोपियां के बीच एक सीमा क्षेत्र तुर्कवांगम-लिटर में पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त गश्ती दल पर गोलीबारी की. पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया, 'सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी में एक आम नागरिक गंभीर रूप से घायल हो गया.' उन्होंने बताया कि शोपियां के तुर्कवांगम के रहने वाले शोएब अहमद गनई को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई.
पुलिस प्रवक्ता ने बताया था कि आतंकवादी मुठभेड़ के बाद निकटवर्ती बाग में भाग गए. उन्होंने बताया कि पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और खोजबीन अभियान जारी है. इस बीच, स्थानीय लोगों ने इस घटना का विरोध करते हुए आरोप लगाया कि गनई को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है.
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि सुरक्षा बल किसी की तलाश कर रहे थे और तलाशी के दौरान गनई ने सुरक्षा जांच के लिए अपने दोनों हाथ उठाए लेकिन उन्होंने उस पर कथित तौर पर गोली चला दी. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने इस घटना की निंदा करते हुए अधिकारियों से एक विश्वसनीय जांच का आदेश देने को कहा ताकि दोषियों की पहचान की जा सके और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जा सके. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोग सरकार के बयान से संतुष्ट नहीं हैं.