बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए चुनावी मैदान में कई सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला है. ऐसी ही एक सीट दावणगेरे दक्षिण भी है. यहां लिंगायत समुदाय के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शमनूर शिवशंकरप्पा और बीजेपी उम्मीदवार बीजी अजय कुमार के बीच सीधा मुकाबला है. शमनूर अपने निर्वाचन क्षेत्र में कितना भी मजबूत क्यों न हों, लेकिन उनपर आरोप लगाया जाता है कि उन्होंने क्षेत्र का विकास नहीं किया. शमनूर इस क्षेत्र से तीन बार के विधायक रह चुके हैं.
इस निर्वाचन क्षेत्र में अल्पसंख्यक वोट निर्णायक हैं. आजाद नगर, बाशा नगर, महबूब नगर, मुस्तफा नगर समेत दस मुस्लिम कॉलोनियां ऐसी हैं, जहां मुस्लिम समुदाय के लोग ज्यादा हैं और यहां के लोगों का दुख है कि क्षेत्र का विकास नहीं हुआ. मतदाता महबूब खान ने निराशा व्यक्त की कि 2008 में दावणगेरे दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र के विभाजन के बाद शमनूर शिवशंकरप्पा ने तीन बार जीत हासिल की है. इस बार भी उनके जीतने की संभावना है. लेकिन वह यहां एक भी कॉलेज, अस्पताल और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं के विकास में असफल रहे.
मूलनिवासी महबूब खान ने कहा, 'हमारी गारंटी है कि शिवशंकरप्पा इस बार भी जीतेंगे. उन्होंने बिजली, स्कूल सहित सब कुछ विकसित किया है, लेकिन कोई अस्पताल, कॉलेज और उचित सड़क नहीं है.' कांग्रेस उम्मीदवार शमनूर शिवशंकरप्पा 2008, 2013 और 2018 में लगातार तीन बार विधायक चुने गए और अब उन्होंने 2023 में फिर से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. बीजेपी कांग्रेस के खिलाफ जीत की तैयारी कर रही है.
शमनूर शिवशंकरप्पा के खिलाफ बीजेपी उम्मीदवार बीजी अजय कुमार मैदान में उतर गए हैं. वह इस चुनावी मैदान में जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं. हाल ही में अभिनेता सुदीप ने भी उनके लिए प्रचार किया. बीजी अजय कुमार यहां की जनता से वादा कर रहे हैं कि सत्ता में आने पर वह इस क्षेत्र का विकास करेंगे. इससे पहले, शमनूर शिवशंकरप्पा ने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र के लोगों का आशीर्वाद उन पर है. वह 92 साल के होने के बावजूद चुनाव में खड़े हैं. जनता के समर्थन से वह लगातार दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से जीतते रहे हैं और उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार भी वे जीतेंगे और इतिहास रचेंगे.
कांग्रेस उम्मीदवार शिवशंकरप्पा ने कहा, 'क्षेत्र की जनता का आशीर्वाद मुझ पर है. मैं 92 साल का होने के बावजूद चुनाव में खड़ा हूं. मैं फिर से जीतूंगा. जनता के समर्थन से मैं लगातार दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से जीतता आया हूं और जीतूंगा.' दावणगेरे दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम वोट निर्णायक हैं. दावणगेरे दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र 83 हजार मुस्लिम वोटों वाला जिले का एकमात्र निर्वाचन क्षेत्र है. दावणगेरे दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में समस्याओं की एक श्रृंखला है. दोनों प्रत्याशी सत्ता में आते ही विकास का वादा कर रहे हैं. सामान्य तौर पर मतदाताओं का हाथ कौन थामेगा यह तो चुनाव परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा.