बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर के संदिग्ध आत्महत्या मामले में उनकी बेटियों का बयान आया है. बेटियों ने अपने पिता समेत घर के अन्य सदस्यों पर मां की हत्या करने का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी और सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई है. साथ ही बेटियों ने इस पूरे मामले पर कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने इसके पहले श्वेता सिंह गौर के पति, जेठ और ससुर के खिलाफ धारा 302, 498-A व दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया है.
बेटियों का कहना है कि वे चाहती हैं कि उनकी मां की मौत के मामले में पीएम मोदी और राज्य के सीएम योगी न्याय करें. बेटियों का कहना था कि, कल जब उनके पापा उन्हें स्कूल छोड़ने जा रहे थे तो उन्होंने मां को मारने की बात कही थी. मृतका की दूसरी बेटी ने बताया कि जब वह लखनऊ में थी तो पापा ने उसे कहा था कि बांदा जाकर तुम्हारी मां को मार दूंगा. बेटियों का आरोप है कि मां की मौत में पापा, बड़े पापा, दादी व बाबा भी जिम्मेदार हैं और इन लोगों ने उन्हें(मां) ताने मार-मार के मार डाला. इसलिए सबकी गिरफ्तारी होनी चाहिए.
'बाबा को चाहिए था लड़का इसलिए मां को करते थे टार्चर' : बेटियों ने बताया कि उनके बाबा मां को गालियां देते थे और टॉर्चर करते थे. कहते थे, पापा दूसरी शादी कर ले और इन्हें तलाक दे दे. जिले के जसपुरा क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर का 27 अप्रैल को शहर के इंदिरा नगर में स्थित उनके आवास में पंखे से लटकता संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला था. घटना की जानकारी जैसे ही लोगों को हुई तो वहां पर लोगों का जमावड़ा लग गया. पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया. घटना के बाद से श्वेता सिंह के पति दीपक सिंह गौर फरार बताए जा रहे हैं. पुलिस ने अब तक इस मामले में मृतका के पति, जेठ व ससुर पर धारा 302, 498-A व दहेज अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. मृतका का पति दीपक सिंह अभी भी फरार चल रहा है. जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.
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