हैदराबाद : सिकंदराबाद के रहने वाले एक डॉक्टर को डेटिंग एप पर लड़कियों की तलाश महंगी पड़ी. उसने एक दो हजार नहीं करीब डेढ़ करोड़ रुपये गंवा दिए. मामला तब खुला जब उसके परिवार ने उसका अकाउंट चेक किया. पता चला कि पिछले तीन साल में डॉक्टर ने विभिन्न खातों में 1.5 करोड़ रुपये जमा किए थे. इस मामले में साइबर क्राइम पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई. पुलिस ने जांच के बाद एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
हैदराबाद साइबर क्राइम एसीपी प्रसाद ने ऐसी डेटिंग वेबसाइटों और एप्स से सावधान रहने की सलाह दी है. उन्होंने बताया कि 'गुजरात में एक डॉक्टर के रूप में काम करने वाले एक व्यक्ति ने जिगोलो डेटिंग एप पर पंजीकरण कराया. पहले उसने क्लब की सदस्यता के नाम पर कुछ पैसे दिए फिर उसने लड़कियों को चुनने के लिए कुछ और पैसे दिए. इस पर उससे कहा गया कि और पैसे भेजो. इस तरह से उसने करीब 40 लाख रुपये का भुगतान कर दिया. ठगी का अहसास होने पर उसने अक्टूबर 2020 में साइबर क्राइम पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.'
जबकि मामले की जांच चल रही थी, डॉक्टर ने आरोपी के खाते में और 30 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. पुलिस ने डेटिंग वेबसाइट स्कैम पर उसकी काउंसलिंग की थी. इसके बाद उन्होंने लोक अदालत में मामले का निपटारा किया. हालांकि, डॉक्टर का व्यवहार नहीं बदला.. वह युवती को बार-बार पैसे भेजने लगा. उसने डेटिंग वेबसाइट के खातों में कई बार में 80 लाख रुपये ट्रांसफर किए.
इस दौरान पुलिस ने जांच में पाया कि एक साइबर अपराधी के खाते में भारी मात्रा में नकदी ट्रांसपर की गई थी. आरोपी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई. हैदराबाद साइबर क्राइम एसीपी प्रसाद ने ऐसी डेटिंग वेबसाइटों और एप्स से सावधान रहने की सलाह दी है. हैदराबाद साइबर क्राइम एसीपी प्रसाद ने खुलासा किया कि ज्यादातर डेटिंग एप्स में फर्जी प्रोफाइल हैं. ज्यादातर डेटिंग एप्स पर लड़के लड़कियों की तरह बात करके प्रोफाइल के साथ धोखा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में एप एडमिन फर्जी प्रोफाइल बनाकर ठगी कर रहे हैं.
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