लुधियाना : बेंगलुरु के एक डाक्टर ने अपने पिता के इलाज के लिए पंजाब के लुधियाना से वैक्सीन मंगवाए थे. जिसके बदले में उन्होंने लाखों रुपये खर्च कर दिये. लेकिन डॉक्टर को मिले पार्सल में से वैक्सीन नहीं, बल्कि एक जोड़ा चप्पल मिला.
जानकारी के मुताबिक, बेंगलुरु के एक चिकित्सक के पिता को ब्लैक फंगस की बीमारी हुई थी. उनके इलाज के लिए चिकित्सक ने 50 टीकों की जरूरत के बारे में फेसबुक में बताया था. इस दौरान फेसबुक में ही एक युवक रोहन चौहान ने टीकें उपलब्ध करने का चिकित्सक से ऑफर दिया और टीकों के बदले 3.65 लाख रुपये मांगे. इस पर चिकित्सक मान गया और दस हजार रुपये एडवांस में रोहन के खाते में डाल दिये.
इसके बाद जब रोहन ने पार्सल की तस्वीर खिंचकर चिकित्सक को भेजा और उन्हें इसके डिस्पैच होने की जानकारी दी, तो उन्होंने बाकी की रकम रोहन के खाते में ट्रांस्फर कर दिये. जब चिकित्सक के पास पार्सल पहुंचा, तो उसमें से वैक्सीन नहीं, बल्कि चप्पल का एक जोड़ा निकला.
इसके बाद चिकित्सक ने रोहन को संपर्क करने की काफी कोशिश की, लेकिन वह हाथ नहीं आया. सात महीनों के बाद अब चिकित्सक ने ठगी का मामला दर्ज कराया है. वहीं, सही वक्त पर वैक्सीन नहीं मिलने के कारण चिकित्सक के पिता की भी मौत हो गई है.
लुधियाना साइबर सेल के इंस्पेक्टर जतिन्दर सिंह ने बताया कि साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना काल के दौरान भी कई ऐसे मामले उनके सामने आये, जिसमें फेस मास्क, सैनेटाईजर आदि आनलाइन पर्चेज करने के नाम पर बड़ी से बड़ी ठगी हुई है. इसलिए, साइबर पुलिस की ओर से हेल्पलाइन नंबर 155 और 260 जारी किया गया है, जिसपर साइबर अपराध से संबंधित कॉल करने पर आवश्यक कदम उठाए जाते हैं. यहां तक कि अपराध होने के 24 से 48 घंटों के अंदर ठगी गई रकम वापस भी आ सकती है. बस आपको सतर्क रहने की जरूरत है.